हलब की आज़ादी पर ईरानी अधिकारियों ने क्या कहा?
ईरान के संसद सभापति ने कहा कि अलेप्पो या हलब की आज़ादी से क्षेत्र के संकट के हल के लिए नया रास्ता खुलेगा।
समाचार एजेंसी फ़ार्स के अनुसार, अली लारीजानी ने बुधवार को संसद के खुले सत्र में उम्मीद जतायी कि हलब की आज़ादी इराक़ के मूसिल शहर की आज़ादी की पृष्ठिभूमि बनेगी।
उधर ईरान की इस्लामी व्यवस्था हित संरक्षक परिषद के स्ट्रैटिजिक अध्ययन केन्द्र के प्रमुख अली अकबर विलायती ने हलब की आज़ादी को सीरिया में आतंकियों के साथ लड़ाई शुरु होने के समय से सीरियाई सेना और उसके घटकों की सबसे बड़ी सफलता माना। उन्होंने कहा कि सीरियाई राष्ट्र के 5 साल के प्रतिरोध से क्षेत्र की रूढ़ीवादी सरकारों और पश्चिम व अमरीका के किराए के घटकों की क्षेत्र पर वर्चस्व जमाने की इच्छा मिट्टी में मिल गयी।
इस्लामी क्रान्ति हित संरक्षक परिषद के सचिव मोहसिन रेज़ाई ने भी हलब से आतंकियों व तकफ़ीरियों के सफ़ाए को रक़्क़ा की जीत और सीरिया से आतंकवाद के जड़ से सफ़ाए की कुंजी माना।
उधर इस्लामी क्रान्ति संरक्षक बल आईआरजीसी के उपप्रमुख ब्रिगेडियर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि हलब की आज़ादी का अर्थ, इस्लामी जगत के एक क्षेत्र में साम्राज्य की राजनैतिक व सैन्य हार है। उन्होंने बुधवार को ईरान के केन्द्रीय प्रांत में एक समारोह में कहा कि हलब की आज़ादी का अर्थ इस्लामी प्रतिरोध का ध्वज का फहराना, साम्राज्य का विघटन, अमरीका, पश्चिम, सऊदी अरब, क़तर, तुर्की और मूर्ख तकफ़ीरियों की पराजय है।
उधर वरिष्ठ नेता के सलाहकार मेजर जनरल यहया रहीम सफ़वी ने बुधवार को तेहरान में एक कॉन्फ़्रेंस में कहा कि सीरिया और इराक़ की सरकार ने ईरान से मदद की अपील की जिसका ईरान ने सार्थक जवाब दिया और यह गठजोड़ जीत रहा है।
सीरियाई सेना ने मंगलवार को देश के उत्तरी शहर हलब को 5 साल बाद पूरी तरह आतंकियों के क़ब्ज़े से आज़ाद करा लिया है। (MAQ/N)