सोशल मीडिया पर शैख़ निम्र के लिए कैम्पेन शुरु, सरकार भयभीत
सऊदी अरब के वरिष्ठ धर्मगुरु शैख़ निम्र बाक़िर निम्र की शहादत के छह सौ दिन गुज़रने के अवसर पर सोशल मीडिया पर सक्रिय कार्यकर्ताओं ने ट्वीटर पर एक कैम्पेन शुरु किया है जिसका हैशटैग है निम्र भुलाए नहीं जाएंगे।
सऊदी अरब के कार्यकर्ताओं ने यह कैम्पेन बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे ट्वीटर पर आरंभ किया है। सोशल मीडिया पर सक्रिय कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर सक्रिय अन्य कार्यकर्ताओं से इस कैम्पेन से जुड़ने की अपील की है।
ज्ञात रहे कि शैख़ निम्र बाक़िर निम्र को जुलाई वर्ष 2012 में आले सऊद की पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया था। उन पर फ़रवरी 2011 में पूर्वी सऊदी अरब के शिया बाहुल्य क़तीफ़ नगर में सरकार की आलोचना का आरोप लगाया गया था। 15 अक्तूबर 2015 को आले सऊद के एक दिखावटी न्यायालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा के विरुद्ध कार्यवाही के निराधार आरोप में उन्हें तलवार से गर्दन उड़ाने और लोगों के सामने सूली पर लटकाने की सज़ा सुनाई थी। शैख़ निम्र के मृत्युदंड की जघन्य अपराध और सरकारी आतंकवाद के रूप में क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना की गई थी।
सऊदी सरकार ने अपने इस क़दम का औचित्य दर्शाने के लिए उनके साथ कई अन्य लोगों को भी प्रदर्शनों में भाग लेने के आरोप में मौत की सज़ा दे दी थी। इसी के साथ आतंकी कार्यवाहियों में लिप्त कुछ लोगों को भी शैख़ निम्र के साथ मौत के घाट उतार दिया गया था।
ऐसी हालत में कि जब शैख़ निम्र पर लगने वाले सारे आरोप राजनैतिक और मानवाधिकार के मामलों से जुड़े थे, रियाज़ ने उनका नाम उन लोगों की सूची में डाल दिया जो आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त थे और दावा किया कि वह एक आतंकवादी हैं। (AK)