यहूदी, अमरीकी नीतियों का ईंधन बन रहे हैंः हसन नसरुल्लाह
लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नरुसल्लाह ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह के जवान आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष जारी रखेंगे।
उन्होंने रविवार को दसवीं मुहर्रम के अवसर पर राजधानी बैरुत के केन्द्रीय जूलूस में शामिल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को वीडियो कांफ़्रेसिंग द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामी जगत के लिए दाइश सबसे बड़ा ख़तरा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आतंकवादियों की ओर से किए गये नुक़सान और अमरीका और इस्राईल के षड्यंत्रों को व्यवहारिक बनाने की दिशा में इस्लाम की वास्तविक छवि को ख़राब करने से होने वाले नुक़सानों के दृष्टिगत इस तकफ़ीरी गुट को समाप्त करने के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने क्षेत्र में ज़ायोनी प्रधानमंत्री बिनयामीन नितिनयाहू कीओर से नये युद्ध की हर प्रकार की संभावना, युद्ध के परिणाम से अमरीका और इस शासन की ग़लत समीक्षा का परिणाम बताया और कहा कि वह यहूदी जिन्हें ज़ायोनी अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में लाएं हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि वह क्षेत्र में अमरीका की नीतियों का ईंधन हैं।
सैयद नसरुल्लाह ने क्षेत्रीय देशों के विभाजन के लिए अमरीका के षड्यंत्रों की ओर संकेत करते हुए कहा कि इराक़ी कुर्दिस्तान में जनमत संग्रह के आयोजन के बाद इस देश की जनता को स्वयं पर और उन मित्रों पर जो देश के विभाजन के विरोधी हैं, भरोसा करना चाहिए। (AK)