बैतुल मुक़द्दस के बिना, कोई सुरक्षित नहींः महमूद अब्बास
फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास ने एक बयान में कहा है कि बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन की स्थाई राजधानी है और बैतुल मुक़द्दस के बिना कहीं की सुरक्षा और स्थिरता नहीं आ सकती और किसी को भी बैतुल मुक़द्दस के बारे में लापरवाही की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस्ना की रिपोर्ट के अनुसार फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास ने ज़ायोनी संसद में पास हालिया "यहूदी राष्ट्र का देश" नामक पास हुए क़ानून और बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी बनाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह क़ानून समस्त अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तावों के विपरीत और विरुद्ध है।
ज़ायोनी संसद ने व्यापक विरोध के बावजूद 19 जुलाई को "यहूदी देश" नामक नस्लभेदी बिल को पारित कर उसे क़ानून का रूप दे दिया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 62 वोट जबकि विरोध में 55 वोट पड़े जबकि दो सांसदों ने वोटिंग में भाग नहीं लिया।
इस क़ानून के अनुसार, अतिग्रहित फ़िलिस्तीन की सारी भूमि ज़ायोनियों के लिए है और फिलिस्तीनियों को सभी नागरिक व मानवीय अधिकारों से वंचित कर दिया गया है। इसी तरह हिब्रू ज़बान को आधिकारिक ज़बान घोषित किया गया है। इस क़ानून में बैतुल मुक़द्दस को ज़ायोनी शासन की राजधानी घोषित करने के अलावा ज़ायोनी कॉलोनियों के विस्तार को राष्ट्रीय मूल्य कहा गया है और मौजूदा कॉलोनियों को बेहतर करने और नई कॉलोनियों के निर्माण का प्रावधान रखा गया है।
फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख ने बल दिया कि इस प्रकार का क़ानून पास होना, ग़लत और भेदभावपूर्ण है तथा इससे अवैध अतिग्रहित फ़िलिस्तीन की राजधानी के रूप में बैतुल मुक़द्दस की एेतिहासिक स्थिति कभी भी नहीं बदल सकती और अतिग्रहणकारी शासन को खदेड़ने तथा अपने स्वतंत्र देश के गठन के लिए फ़िलिस्तीनी जनता को उसके क़ानूनी संघर्ष से रोका नहीं जा सकता। (AK)