यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में बढ़ा तनाव, जटिल होती परस्थितियां
(last modified Sat, 19 Feb 2022 11:12:37 GMT )
Feb १९, २०२२ १६:४२ Asia/Kolkata

हालिया दिनों मे पूर्वी यूक्रेन के सुरक्षा हालात संकटग्रस्त होते जा रहे हैं। एसे में वहां पर गंभीर झड़पों की संभावना बढ़ती जा रही है। जानकारों का कहना है कि यूक्रेन की सेना और प्रथक्तावादियों के बीच झड़पें चल रही हैं।

इसी बीच पूर्वी यूक्रेन के स्वघोषित गणराज्यों के प्रमुखों ने झड़पों के बीच घोषणा की है कि इन क्षेत्रों के सात लाख नागरिकों को यहां से रूस स्थानांतरित किया जाए।

डोनेट्स्क गणराज्य के प्रमुख डेनिस पुलिशन ने एक बयान जारी करके आम नागरिकों से मांग की है कि हालात के ख़राब होने की वजह से वे यहां से जितनी जल्दी हो सके चले जाएं।  उन्होंने यूक्रेन पर सैनिकों और हथियारों को लैस करने का आरोप भी लगाया।  इसी बीच एक अन्य स्वघोषित गणराज्य लुहासन्क के प्रमुख  Leonid Pasechnik ने भी यूक्रेन पर हमले का आरोप लगाया है।  उन्होंने वहां के निवासियों से मांग की है कि वे लोग अपनी जान बचाने के उद्देश्य से रूस की ओर जाने की तैयारी करें।

इन क्षेत्रों में झड़पों और तनावपूर्ण कार्यवाहियों के बीच वहां पर कुछ विध्वंसक कार्यवाहियां भी की जा रही हैं।  लूहासन्क में दो भीषण विस्फोट हुए।  इन विस्फोटों के कारण रूस से यूरोप जाने वाली गैस पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है।  शुक्रवार की शाम को डोनेट्स्क की एक सरकारी इमारत के निकट कार बम विस्फोट हुआ था।  बताया जा रहा है कि इसका लक्ष्य डोनेट्स्क के पुलिस प्रमुख की कार थी।  हालांकि इससे उनको कोई क्षति नहीं हुई।

सन 2014 की झड़पों के दौरान पूर्वी यूक्रेन के दो क्षेत्रों डोनेट्स्क और लुहासन्क पर नियंत्र स्थापित करने वाले अलगवावादी पिछले दो दिनों से यूक्रेन पर तोपख़ाने के हमलों का आरोप लगा रहे हैं।  इस हिसाब से दोनो पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते आ रहे हैं।  पश्चिमी देशों का मानना है कि यही विषय, रूस की सैन्य कार्यवाही की भूमिका बन सकता है।  अमरीका का कहना है कि डोनेट्स्क और लुहासन्क के प्रमुखों के बयान, आम जनमत को भ्रमित करने के उद्देश्य से रूस के इशारे पर दिये गए हैं।  यह बातें वहां के तनावपूर्ण हालात की परिचायक हैं।

माॅस्को पहले ही यूक्रेन पर हमले का आरोप लगा चुका है जिसका यूक्रेन ने खण्डन किया है।  इन हालात में क्षेत्र मेंं तनाव बढ़ने की संभावना अधिक हो गई है।  विशेषकर इसलिए कि अमरीकी अधिकारी और उनके पश्चिमी समर्थक, लंबे समय से यह दावा करते आ रहे हैं कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है।  पश्चिम के यह दावे युद्ध की ज्वाला को अधिक बढ़ा रहे हैं।

इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमरीका और पश्चिमी संचार माध्यमों पर आरोप लगाया है कि वे ग़लत सूचनाओं के आधार पर यूक्रेन की सीमा के बारे में तनाव बढ़ा रहे हैं।  ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमरीकी सरकार को चाहिए कि वह यूक्रेन की स्थिति के बारे में कीव के माध्य से जानकारियां एकत्रित करे।  उन्होंने कहा कि इस संबन्ध में वह किसी माध्यम से जानकारिंया हासिल न करे क्योंकि रूस के ख़तरे को यूक्रेन की सरकार बेहतर ढंग से समझती है।

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