रूस- यूक्रेन संकट अस्तित्व में आया कैसे?
(last modified Thu, 24 Feb 2022 14:05:42 GMT )
Feb २४, २०२२ १९:३५ Asia/Kolkata

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन ने गुरूवार की सुबह एलान किया कि इस देश के सैनिक दोनबास क्षेत्र में विशेष आप्रेशन अंजाम देंगे। इस बयान के बाद उन्होंने यूक्रेन से मांग की है कि वह अपना सैन्यकरण बंद कर दे और यूक्रेनी सैनिकों से कहा है कि वे हथियार डाल दें।

रूसी राष्ट्रपति ने इस देश की सैनिक कार्यवाही का औचित्य दर्शाते हुए कहा है कि राष्ट्रसंघ के घोषणा पत्र के अनुसार फेडरेशन काउंसिल की पुष्टि करने और दोस्ती के प्रतिबद्धों को व्यवहारिक बनाने के अंतर्गत हमने दोनेत्स्क और लोहान्सक क्षेत्रों में विशेष सैनिक आप्रेशन करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई खून बहता है तो उसकी ज़िम्मेदारी यूक्रेन सरकार की होगी।

जैसाकि अपेक्षा की जा रही थी कि रूस की ओर से दोनेत्स्क और लोहान्सक क्षेत्रों को एक स्वतंत्र देश की मान्यता देने के बाद इन क्षेत्रों के राष्ट्राध्यक्ष रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन से सहायता की मांग करेंगे। हुआ भी वही और गुरूवार 24 फरवरी से रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के सैनिक ठिकानों पर बमबारी आरंभ कर दी। साथ ही रूसी सैनिक दोनबास सहित विभिन्न क्षेत्रों से आगे बढ़ रहे हैं और यूक्रेन ने बताया है कि रूसी सैनिकों ने उसके दो नगरों पर कब्ज़ा कर लिया है।

रूसी अधिकारियों ने यूक्रेनी अधिकारियों को बारमबार चेतावनी दी थी परंतु कीव की ओर से रूसी अधिकारियों की चेतावनियों पर ध्यान न दिये जाने के बाद मास्को ने अब अपनी धमकियों को व्यवहारिक बनाना आरंभ कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति के भाषण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने युद्ध आरंभ करने और युद्ध से होने वाली तबाही के लिए  रूस को ज़िम्मेदार बताया।

रोचक बात है कि यूक्रेन संकट के अस्तित्व में आने में अमेरिका की जो भूमिका है उसकी ओर बाइडेन ने कोई संकेत नहीं किया। बहुत से जानकार हल्कों का मानना है कि रूस- यूक्रेन संकट वास्तव में अमेरिका, नैटो और रूस के मध्य जारी तनाव का परिणाम है। रूस, अमेरिका और नैटो से कहता रहा कि नैटो को पूर्वी यूरोप की ओर नहीं बढ़ना चाहिये परंतु अमेरिका और नैटो ने उसकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया।

अमेरिका और नैटो रूस की चिंताओं पर ध्यान देने के बजाये यूक्रेन को अपने हथियारों का गोदाम बनाते रहे और यूक्रेन व्यवहारिक रूप से वही कर रहा था जो अमेरिका और पश्चिम कह व चाह रहे थे और यूक्रेनी अधिकारियों का यह रवइया रूसी अधिकारियों को बिल्कुल पसंद नहीं आया और अंत में उन्होंने हमला कर दिया।

बहरहाल अब युद्ध आरंभ हो चुका है और अभी पूरे विश्वास से कुछ नहीं कहा जा सकता कि इसका परिणाम क्या होगा। MM

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