प्रतिबंध हटने पर अनाज का निर्यात बढ़ा देंगेः रूस
रूस का कहना है कि पश्चिम की ओर से उसपर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की स्थति में पूरी दुनिया के लिए अनाज का निर्यात आरंभ हो जाएगा।
विश्व में अनाज के निर्यात में रूस और यूक्रेन बहुत आगे हैं। 24 फ़रवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले यह देश हर महीने 6 मिलयन टन अर्थात साठ लाख टन गेहूं का निर्यात किया करता था। हमले के बाद बंदरगाहों में पैदा होने वाली समस्याओं के कारण यूक्रेन का ग़ल्ले का निर्यात घटकर 3 लाख टन प्रतिमाह हो गया। बाद में यह निर्यात लगातार घटता ही गया।
इसी बीच रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा है कि माॅस्को, यूक्रेन के अनाज के निर्यात में बाधा नहीं है। ज़ाख़ारोवा ने कहा कि पश्चिम की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के हटने की स्थति में पूरी दुनिया के लिए लाखों टन अनाज का निर्यात आरंभ हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन से अनाज की सप्लाई के मार्ग उपलब्ध कराएंगे।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाख़ारोवा का कहना था कि पश्चिम को अगर पूरे विश्व में भुखमरी के बारे में चिंता है तो फिर उसको ग़ल्ले के निर्यात के रास्तों को बंद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वाशिग्टन, ब्रसल्ज़ और लंदन एसे हैं जो विश्व में कृत्रिम तनाव बनाए रखने के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं।
जानकारों का कहना है कि यूक्रेन युद्ध के कारण इस देश से लगभग 25 मिलयन टन गेहूं का निर्यात खटाई में पड़ गया है। यक्रेन युद्ध के निकट भविष्य में समाप्त होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है। रूस का कहना है कि पश्चिम द्वारा यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई करने से यह युद्ध लंबा खिंच सकता है।
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