यूक्रेन के सैनिकों ने किया पवित्र क़ुरआन का अनादर
यूक्रेनी सैनिकों द्वारा पवित्र क़ुरआन के अनादर की रूस ने कड़ी आलोचना की है।
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने गुरूवार को कहा है कि यूक्रेन के सैनिकों का नैतिक पतन हो चुका है। वे एसे काम कर रहे हैं जो लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं और मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं।
मारिया ज़ाख़ारोवा के अनुसार नैतिक पतन का शिकार इन सैनिकों की एक अन्य लज्जाजनक कार्यवाही, पवित्र क़ुरआन का अनादर करके उसको जलाना है। यह वह काम है जिसकी वीडियो इन सैनिकों ने बनाकर उसको सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। उन्होंने कहा कि रूस इस काम की कड़े शब्दों में निंदा करता है।
सोशल मीडिया पर कुछ एसे वीडियोज़ देखने को मिले हैं जिनमें यूक्रेन के कुछ सैनिक पवित्र क़ुरआन को फाड़ते हुए देखे जा सकते हैं। इसपर अपनी प्रतिक्रिया में चेचेन गणराज्य के राष्ट्रपति रमज़ान क़दीरोफ़ ने कहा है कि यह तुम फावीवादियों का शैतानी काम है। अगर कोई भी चेचेनवासी उस समय तुम्हारे निकट होता जब तुम यह कर रहे थे तो हम बताते कि तुम्हारे भीतर एसा करने का साहस है या नहीं।
यूक्रेन के कुछ सैनिकों द्वारा पवित्र क़ुरआन के अनादर के संदर्भ में मिस्र के धर्मगुरू शेख सअद ने कहा है कि पवित्र क़ुरआन ने सारी ही धार्मिक किताबों के अनादर को मना किया है। उन्होंने कहा कि यह काम अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध है। शेख सअद के अनुसार इस बारे में यूक्रेन की सरकार को पूरी दुनिया के मुसलमानों से माफी मांगनी चाहिए।
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