पवित्र क़ुरआन के अपमान के विरोध में आए पोप फ्रांसिस
इसाइयों के वरिष्ठ धर्मगुरू पोप फ्रांसिस कहते हैं कि पवित्र क़ुरआन का अनादर निंदनीय काम है।
पोप फ्रांसिसि ने भी पवित्र क़ुरआन के अनादर की कड़ी निंदा की है। कैथोलिक इसाइयों के विश्व स्तर के धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने मुसलमानों की पवित्र पुस्तक क़ुरआन शरीफ के अपमान की भर्त्सना की है।
उन्होंने स्वीडन और डेनमार्क में क़ुरआन शरीफ के अनादर की निंदा करते हुए कहा कि यह घृणित काम, धर्मों के बीच वार्ता की प्रक्रिया में भी बाधा बनेगा। पोप फ्रांसिस का कहना था कि यह बहुत ही ख़तरनाक और घिनौनी हरकत है।
कैथोलिक इसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू ने यह बात FIAS नामक संस्था की ओर से भेजे गए पत्र के जवाब में कही। धर्मों के प्रतिनिधियों पर आधारित एफआईएएस संस्था ने पिछले सप्ताह पोप फ्रांसिस को पत्र भेजा था। इससे पहले भी यूएई के समाचारपत्र अलइत्तेहाद को इन्टरव्यू देते हुए पोप फ्रांसिस ने यूरोपीय देशों में पवित्र क़ुरआन के अनादर की कड़ी आलोचना की थी।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए