नाइजर से फ्रांस के राजदूत के निष्कासन पर अड़े सैनिक
अफ्रीका के छोटे से देश नाइजर और फ्रांस के बीच तनाव बहुत तेज़ी से बढ़ता जा रहा है।
फ्रांस की सेना प्रमुख ने कहा है कि नाइजर में इस देश के किसी भी सैन्य और कूटनीतिक प्रतिष्ठान पर हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा। नाइजर से फ्रांस के राजदूत को निकालने के इस देश की सैन्य परिषद के फैसले पर फ्रांस की ओर से इस प्रकार की प्रतिक्रया आई है।
इससे पहले नाइजर की सैन्य परिषद ने गुरूवार को एलान किया था कि वह अब फ़्रांस के राजदूत की सुरक्षा की गारेंटी नहीं दे सकती इसलिए उनको नाइजर से निकाल दिया जाए।
नाइजर में मौजूद फ्रांसीसी राजदूत को 25 अगस्त 2023 को इस देश के विदेश मंत्रालय ने 48 घण्टे के भीतर नाइजर छोड़कर चले जाने का आदेश जारी कर दिया था। उन्होंने नाइजर सरकार की इस बात को नहीं माना और वे अब भी इसी देश में उपस्थित हैं।
फ्रांस ने कहा है कि वह नाइजर की सैन्य परिषद को मान्यता नहीं देता इसलिए फ्रांसीसी राजदूत को नाइजर से वापस नहीं बलाया जाएगा। यही वजह है कि नाइजर की राजधानी नेयामी में फ़्रांसीसी दूतावास के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहां पर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
याद रहे कि अगस्त में नाइजर के राष्ट्रपति के विशेष सुरक्षाबलों ने इस देश के राष्ट्रपति मुहम्मद बाज़ूम को उनके पद से अपदस्थ करके गिरफ़्तार कर लिया था। नाइजर की सैन्य परिषद, इस देश के पूर्व राष्ट्रपति को फ्रांस के चाटुकार के रूप में देखती है।
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