रूस और उत्तर कोरिया की बढ़ती नज़दीकियों से अमेरिका भयभीत, बाइडन ने दी दोनों देशों को धमकी
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतीन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बुधवार को हुई मुलाक़ात ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। दोनों देशों के प्रमुखों ने मुलाक़ात में एक-दूसरे के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति जताई है। हालांकि, अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को इस बात का डर सता रहा है कि इस मुलाक़ात के बहाने रूस और उत्तर कोरिया हथियारों की डील न कर लें, जिससे यूक्रेन में जारी युद्ध का रुख बदल जाएगा।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतीन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने रूस के वोस्तोचन कोस्मोड्रोम में क़रीब 4 घंटे तक बैठक की। किम जोंग अपनी ट्रेन से रूस पहुंचे थे। पुतीन ने किम को रूस का आधुनिक अंतरिक्ष रॉकेट प्रक्षेपण स्थल दिखाया। रूसी राष्ट्रपति ने बैठक के बाद जानकारी दी कि रूस सैटेलाइट बनाने में उत्तर कोरिया की मदद करेगा। इस बीच पुतीन और किम के बीच हुई भेंटवार्ता पर अमेरिका की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर उत्तर कोरिया और रूस के बीच हथियारों की डील होती है तो अमेरिकी प्रशासन रूस और उत्तर कोरिया पर और अधिक प्रतिबंध लगाने में संकोच नहीं करेगा। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि दोनों देशों के बीच डील से यूएनएससी के प्रस्तावों का उल्लंघन हो सकता है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मिलर ने कहा कि रूस मदद की तलाश में पूरी कोशिश कर रहा है क्योंकि उसे यूक्रेन में अपनी सेना को बनाए रखने में परेशानी हो रही है। रूस अब खुले तौर पर उस देश के साथ हो रहा है जिसपर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा रखा है। उन्होंने कहा कि रूस और उत्तर कोरिया के बीच सैन्य सहयोग चिंता की बात है।

इस बीच जानकारों का मानना है कि अमेरिका की धमकी से साफ-साफ लग रहा है कि वह और उसके सहयोगी रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ती नज़दीकियों से भयभीत हैं। वहीं टीकाकारों का कहना है कि एक ओर अमेरिका पूरी दुनिया में अपने हथियारों को बेचकर अशांति फैलाए हुए है, साथ ही वह जिससे चाहता है उससे दोस्ती करता है और जिसपर चाहता है हमला कर देता है, लेकिन दुनिया का कोई अन्य देश अपनी मर्ज़ी से कोई भी काम नहीं कर सकता, क्योंकि अमेरिका नहीं चाहता। बता दें कि वर्ष 2019 के बाद से किम जोंग उन की विदेश में यह पहली यात्रा है। पुतीन के साथ मुलाक़ात में किम जोंग उन ने कहा कि मुलाकात द्विपक्षीय संबंधों को नए स्तर पर ले जाएगी। इसके अलावा किम जोंग उन ने रूस के साथ संबंधों को उत्तर कोरिया की शीर्ष प्राथमिकता बताया। (RZ)
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