ग़ज़ा में ज़ायोनी सेना के अपराधों पर रोक लगे, क़तर
क़तर के अमीर शेख़ तमीम बिन हमद आल सानी ने ग़ज़ा में ज़ायोनी सेना के अपराधों पर रोक लगाने की मांग की है।
शेख़ तमीम बिन हमद आल सानी ने मंगलवार को पेरिस में फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैंक्रां के साथ मुलाक़ात में कहाः दुनिया भुखमरी और उजाड़े जाने के ज़रिए फ़िलिस्तीनियों के नस्लकुशी की गवाह है।
इसी प्रकार क़तर के अमीर ने कहा कि विश्व समुदाय ग़ज़ा पट्टी में आम नागरिकों की सुरक्षा का समर्थन करने में नाकाम रहा है।
उन्होंने कहा कि हमें आगे बढ़कर फ़िलिस्तीनियों की मुश्किलों का समाधान निकालना होगा।
ग़ौरतलब है कि 7 अक्तूबर को क़ब्ज़े वाले इलाक़ों में हमास के ऑप्रेशन के बाद से ज़ायोनी सेना ग़ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार कर रही है।
ग़ज़ा युद्ध में अब तक 30,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। शहीद होने वालों में अधिकांश संख्या बच्चों और महिलाओं की है। msm