अमेरिका में मानव तस्करी उद्योग, संगठित दासता पर एक नज़र
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अमेरिका में एक अपवित्र धंधा ख़ूब फल फूल रहा है, जिस पर पर्दा पड़ा हुआ है और उसके बारे में कोई बातचीत नहीं होती है। यह धंधा इतना मनहूस है कि अमेरिकी इसके बारे में सुनकर भी उसे अनदेखा करने की कोशिश करते हैं।
(last modified 2024-03-22T06:04:31+00:00 )
Mar २२, २०२४ ११:३० Asia/Kolkata
  • अमेरिका में मानव तस्करी उद्योग, संगठित दासता पर एक नज़र

अमेरिका में एक अपवित्र धंधा ख़ूब फल फूल रहा है, जिस पर पर्दा पड़ा हुआ है और उसके बारे में कोई बातचीत नहीं होती है। यह धंधा इतना मनहूस है कि अमेरिकी इसके बारे में सुनकर भी उसे अनदेखा करने की कोशिश करते हैं।

अमेरिका में हर साल 17,000 लोगों की तस्करी की जाती है। सरकारी आंकड़ों का अध्ययन करने से पता चलता है कि यह आंकड़ा 2 लाख 24 हज़ार और 3 लाख 25 हज़ार के बीच है।

वास्तव में, अमेरिका में मानव तस्करी उद्योग अब एक अर्ध-आधिकारिक उद्योग है, जिसने इस देश में यौन तस्करी, विशेषकर बाल यौन तस्करी की महामारी को हवा दी है।

जबकि ऐसा माना जाता है कि मानवाधिकारों का दावा करने वाले अमेरिका में इस अपराध की तुरंत जांच की जा सकती है, अपराधियों पर मुक़दमा चलाया जा सकता है और इस धंधे पर रोक लगाई जा सकती है, लेकिन हक़ीक़त में जो हो रहा है, वह इसके बिल्कुल विपरीत है।

अमेरिका की सीमाओं के भीतर यौन तस्करी की दर तेज़ी से बढ़ रही है और इसके सही आंकड़ों का पता लगाना काफ़ी हद तक मुश्किल काम है। इसके अलावा, अमेरिका में मानव तस्करों के अपराधों की शायद ही कभी जांच होती है, बल्कि कुछ मामलों में तो उन्हें चिंताजनक रूप से अनदेखा कर दिया जाता है।

मानव तस्करी के अपराध की जानबूझकर जांच न करने के मामलों में से एक "जेफ़री एप्सटीन" मामला है; पुख्ता सबूतों और दस्तावेज़ों के बावजूद, व्यापक जांच के बाद भी यह खंडित नहीं हुआ, बल्कि उन्हें ही जेल की सज़ा सुना दी गई।

आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में हर साल 17,000 लोग मानव तस्करी के शिकार होते हैं; इस बीच, अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक़, यह संख्या 2 लाख 24 हज़ार और 3 लाख 25 हज़ार के बीच है।

 

अमेरिकी राज्य कैलिफ़ोर्निया के अधिकारियों ने घोषणा की कि उन्होंने दर्जनों मानव तस्करी पीड़ितों की खोज की है, जो भयानक परिस्थितियों में रह रहे थे और अवैध मारिजुआना प्रसंस्करण में काम करने के लिए मजबूर थे। कैलिफ़ोर्निया के मेरेड शेरिफ़ कार्यालय ने घोषणा की कि इन लोगों को अच्छे वेतन वाली नौकरी और रहने के लिए जगह देने का वादा किया गया था।

लॉस एंजिल्स टाइम्स की जांच से पता चला है कि इस धंधे में ज़्यादातर अप्रवासियों को फंसाया जाता है। उनका शोषण किया जाता है, उन्हें वेतन नहीं दिया जाता है, उन्हें हिंसा की धमकियों के अलावा, ख़तरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।

बच्चे अपनी उम्र और भोलेपन के कारण मानव तस्करी के संकट के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं।

उन्हें या तो मानव तस्करों द्वारा वरग़लाया जाता है, जो उनसे दोस्ती का ढोंग रचते हैं और उन्हें उपहार देते हैं, या वे मानव तस्करों पर भरोसा करने लगते हैं और उन पर निर्भर हो जाते हैं, या उन्हें उनके परिवार के सदस्यों या परिचितों द्वारा मानव तस्करों को बेच दिया जाता है।

अमेरिका बाल यौन तस्करी का मुख्य गंतव्य है। 2018 में अमेरिका में सभी सक्रिय मानव तस्करी आपराधिक मामलों में से आधे से अधिक (51.6 प्रतिशत) केवल बच्चों से जुड़े यौन तस्करी के मामले थे।

इस उद्योग में आने वाले बच्चों की उम्र 12 से 14 साल के बीच है और उनमें से ज्यादातर घर से भाग जाने वाली लड़कियां हैं।

अमेरिका में बाल यौन तस्करी उद्योग चार कारणों से फल फूल रहा है। दक्षिणी सीमा पर अप्रभावी आव्रजन नीतियां, सोशल मीडिया का हिंसक उपयोग, अश्लील साहित्य और टूटे हुए परिवार।

अमेरिका में सबसे असुरक्षित बच्चे वे हैं, जो सिंगल पैरेंट फ़ैमिली में बड़े हुए हैं, इन बच्चों को अन्य बच्चों की तुलना में शारीरिक और यौन क्षति और दुर्व्यवहार का ख़तरा 11 गुना अधिक होता है।

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