दुनिया की प्रतिक्रियाः आले सऊद में हज संचालन की क्षमता नहीं
मिस्र की प्रसिद्ध हस्तियों ने हज के संचालन सऊदी प्रशासन की अयोग्यता की बात कही है।
अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र में अलहेबैत फ़ाउंडेशन तथा सूफ़ी संघ के महासचिव अब्दुल्लाह नासिर ने कहा है कि आले सऊद में हज संचालन की क्षमता नहीं पायी जाती और उसको इस मामले से हट जाना चाहिए क्योंकि बहुत से एेसे लोग हैं जिनमें हाजियों की सेवाओं की क्षमताएं पायी जाती हैं।
अब्दुल्लाह नासिर ने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि सऊदी सरकार पर हाजियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है, कहा कि रियाज़, राजनैतिक हिसाब किताब बराबर करने के लिए पवित्र स्थलों से लाभ उठा रहा है। उनका कहना था कि किसी भी देश के हाजियों को हज करने से सऊदी अरब का रोकना इस्लामी क़ानून के विरुद्ध है।
इस संबंध में मिस्र की एक निजी संस्था के संस्थापक आतिफ़ अमीन का कहना था कि सऊदियों ने ईरानी हाजियों को हज से रोकने के लिए विभिन्र प्रकार के हथकंडों का प्रयोग किया है।
दूसरी ओर रूस के एक टीककार विलादीमीर ज़ाख़ारोफ़ ने हज के अवसर पर वरिष्ठ नेता के संदेश को अंतर्राष्ट्रीय नियमों और क़ानूनों के अनुरूप बताया है। रूस के राजनैतिक व रणनैतिक इन्स्टट्यूट के प्रमुख ने इर्ना से बात करते हुए कहा कि ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का हज संदेश जिसमें उन्होंने हज के आयोजन और प्रबंधन में सऊदी अरब की अयोग्यता की ओर संकेत किया है, अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों और नियमों के अनुरूप है।
इस रूसी टीककार का कहना है कि मिना की रक्तरंजित त्रासदी इस बात की सूचक है कि सऊदी अधिकारी अपनी ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं कर रहे हैं और उन्हें इस संबंध में दुनिया को जवाब देना होगा। रूसी टीककार विलादीमीर ज़ाख़ारोफ़ ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार मक्के और मदीने के आसपास बड़े बड़े होटल बनवाने में लाखों डाॅलर ख़र्च कर रही है किन्तु उन रास्तों के निर्माण के लिए कुछ भी नहीं कर रही है जहां से हाजी गुज़रते हैं और हज करते हैं। (AK)