बुलगारिया में बुर्क़ा पहनने पर पाबंदी लगी
यूरोपीय सरकारों द्वारा मुस्लिम औरतों के बुर्क़ा पहनने पर लगायी गयी पाबदिंयों के बीच, बुलगारिया ने भी चेहरा ढांकने वाले इस्लामी आवरण बुर्क़ा पहनने पर पाबंदी लगा दी है।
शुक्रवार को बुलगारिया के सांसदों ने उस बिल को पास कर दिया जिसे राष्ट्रवादी पेट्रयाटिक फ़्रंट गठबंधन ने पेश किया था। इस बिल का तुर्क अल्पसंख्यक पार्टी एमडीएल ने विरोध किया। एमडीएल ने कहा कि पेट्रयाटिक फ़्रंट गठबंधन देश में धार्मिक असहिष्णुता का बीच बो रहा है।
अख़बारों में छपी रिपोर्ट के अनुसार, इस पाबंदी को न मानने की हालत में 200 से 1500 लीवा (बुल्गारिया की मुद्रा) का जुर्माना लगेगा।
यह ऐसी हालत में है कि अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार गुट एमनेस्टी इंटरनेश्नल ने बुलगारिया की अल्पसंख्यक मुसलमान महिलाओं के ख़िलाफ़ इस क़दम की कड़ाई से आलोचना की है। बुल्गारिया में लगभग 15 फ़ीसद मुसलमान आबादी है।
एम्नेस्टी इंटरनेश्नल के यूरोपीय निदेशक जॉन डलहुसैन ने एक बयान में कहा, “यह क़ानून नस्लभेद, असिष्णुता और विदेशियों से डर के रुझान को दर्शाता है।”
इसके अलावा भी मानवाधिकार गुटों की ओर से बुलगारिया की युद्ध ग्रस्त राष्ट्रों से पनाह लेने वालों के ख़िलाफ़ दुर्व्यवहार के कारण भी आलोचना हुयी है।
ह्यूमन राइट्स वॉच ने इस साल के शुरु में अपनी एक रिपोर्ट में कहा, “बुलगारिया के क़ानून को लागू करने वाले अधिकारी पनाह लेने वालों को तुरंत तुर्की भेज देते हैं और अकसर उनके सामान को छीन लिया जाता है और उनके साथ हिंसक व्यवहार किया जाता है।” (MAQ/N)