देओबा बने नेपाल के प्रधानमंत्री, भारत से हैं क़रीबी संबंध
नेपाल में वरिष्ठ राजनेता शेर बहादुर देओबा को देश का प्रधानमंत्री चुना गया है। देओबी बार देश के प्रधानमंत्री चुने गए हैं।
नेपाली कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष देओबा को संसद में हुए मतदान में 558 में से 388 वोट मिले।
70 साल के देओबा माओवादी नेता प्रचंड का स्थान लेंगे जिन्होंने सत्ता में भागीदारी के समझौते का सम्मान करते हुए पिछले महीने पद से त्यागपत्र दे दिया था।
देओबा को वर्ष 2016 में भारत की जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी से डाक्ट्रेट का मानद डिग्री दी गई थी। उन्हें भारतीय नेताओं के बहुत क़रीब समझा जाता है। देओबा ने देश के संविधान में किए जाने वाले संशोधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ष 1996 में देओबा के नेपाल का प्रधानमंत्री रहते हुए भारत और नेपाल के बीच महाकाली संधि पर हस्ताक्षर हुए थे जिसके आधार पर दोनों देश महाकाली नदी के पानी का प्रयोग करते हैं।
मंगलवार को संसद में मतदान से पहले देओबा ने कहा कि वह प्राथमिकता के रूप में पहले निकाय चुनाव करवाएंगे और अगले साल मार्च तक प्रांतीय और संसदीय चुनावों का आयोजन करवाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मधेशी समुदाय के लोगों की मांगे पूरी करने के लिए वह संविधान में संशोधन करेंगे।