नवाज़ शरीफ़ उपस्थित हुए जांच समिति के समक्ष
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ अपने परिवार की संपत्ति के मामले की जांच कर रही समिति जेआईटी के समक्ष सुनवाई के लिये पेश हुए।
पनामागेट घोटाला मामले की जांच के लिए पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित दल के समक्ष गुरुवार को इस देश के प्रधानमंत्री उपस्थित हुए। वे पाकिस्तान के एसे प्रधानमंत्री हैं जो अपने पद पर रहते हुए इस प्रकार के पैनेल के समाने हाज़िर हुए हैं। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने गत अप्रैल में भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले को लेकर नवाज़ शरीफ़ को पद से हटाये जाने संबंधी विपक्षी दलों की याचिका यह कहते हुये ख़ारिज कर दी थी कि इस मामले में शरीफ़ के ख़िलाफ़ पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं लेकिन अदालत ने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिये थे।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में 20 अप्रैल को जेआईटी का गठन किया था। इस समिति को प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़, उनके बेटे और मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति से पूछताछ करने का अधिकार दिया था। यह समिति धन शोधन मामले की जांच कर रही है। जेआईटी को 60 दिन में अपनी जांच पूरी करनी है
उल्लेखनीय है कि पनामा लीक्स के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ और उनके बेटे पर मनी लांड्रिंग और संपत्ति के बारे मेंं वास्तविकताओं को छिपाने का आरोप है। साथ ही उनपर ब्लैक मनी को वाइट मनी बनाकर संपत्ति बनाने का भी आरोप है।
ज्ञात रहे कि पनामा लीक्स ने सन 2016 को मनी लांड्रिंग के बारे में एक करोड़ दस लाख से अधिक प्रमाण पेश किये थे जिनमें कई देशों के नेता और बड़े व्यापारियों के नाम भी शामिल थे।