ग़ज़्ज़ा की घेराबंदी समाप्त की जाए, यूरोपीय संघ की मांग
यूरोपीय संघ के विदेश नीति आयोग की प्रमुख फेडरिका मोग्रेनी ने ज़ायोनी शासन द्वारा ग़ज़्ज़ा पर की जा रही अतिक्रमणकारी कार्यवाहियों को रोकने और ग़ज़्ज़ा की घेराबंदी समाप्त करने की मांग की है।
इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, फेडरिका मोग्रेनी ने शनिवार की रात एक बयान जारी करके इस्राईली सेना द्वारा ग़ज़्ज़ा वासियों पर किए जा रहे अत्याचारों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। मोग्रेनी ने फ़िलिस्तीनी जनता द्वारा किए जाने वाले प्रदर्शनों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करते हुए इस बात पर बल दिया कि ज़ायोनी शासन को चाहिए कि जितनी जल्दी हो सके ग़ज़्ज़ा की घेराबंदी को समाप्त कर दे।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति आयोग की प्रमुख ने अपने बयान में इस बात पर ज़ोर दिया है कि विरोध-प्रदर्शन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हर इंसान का बुनियादी अधिकार है जिसका सभी को सम्मान करना चाहिए।
ज्ञात रहे कि 30 मार्च को भूमि दिवस के अवसर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे फ़िलिस्तीनियों पर ज़ायोनी सैनिकों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दी थीं जिसके कारण 17 फ़िलिस्तीनी शहीद और 1400 से ज़्यादा घायल हुए हैं। इस्राईली सेना की इस क्रूरतापूर्ण कार्यवाही के ख़िलाफ़ दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। (RZ)