तीन विषयों पर मर्कल और पूतिन अमरीका के ख़िलाफ़ एकजुट
जर्मन चांसलर एंगेला मर्कल ने रूस के सूचि शहर में इस देश के राष्ट्रपति व्लादमीर पूतिन से मुलाक़ात में परमाणु समझौते जेसीपीओए सहित दूसरे विषयों पर अमरीकी कार्यवाही का मुक़ाबला करने पर बल दिया।
मर्कल और पूतिन ने अमरीका के विरोध के बावजूद नॉर्ड स्टॉर्म गैस पाइप लाइन के निर्माण पर बल दिया। इसी तरह मर्कल ने सीरिया में संकट के हल के लिए जारी राजनैतिक प्रक्रिया का भी समर्थन किया।
युक्रेन संकट के बारे में रूस-जर्मनी के बीच मतभेद के बावजूद, यह विषय कुछ अहम मामलों में दोनों देशों को समान दृष्टिकोण अपनाने से नहीं रोक सका। इन्हीं अहम मामलों में परमाणु समझौता जेसीपीओए भी है कि जिससे अमरीका के बाहर निकलने के बाद रूस और जर्मनी सहित गुट पांच धन एक के दूसरे देशों ने इसे बाक़ी रखने पर बल दिया। हालांकि मर्कल का यह मानना है कि जेसीपीओए संपूर्ण समझौता नहीं है लेकिन वह अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के दृष्टिकोण के पूरी तरह ख़िलाफ़ हैं।
एक दूसरा विषय जिस पर रूस और जर्मनी का एक दृष्टिकोण है वह नॉर्ड स्टॉर्म टू गैस परियोजना का निर्माण है जिसके ज़रिए रूस बाल्टिक सी के रास्ते जर्मनी गैस पहुंचाएगा। अमरीका पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की सरकार के समय से नॉर्ड स्टॉर्म टू गैस परियोजना का विरोध कर रहा है क्योंकि वह ख़ुद योरोप के ऊर्जा बाज़ार में तरल गैस का निर्यात बढ़ाना चाहता है।
एक और विषय जिस पर मर्कल और पूतिन का संयुक्त दृष्टिकोण है वह सीरिया संकट के राजनैतिक हल के लिए जारी आस्ताना वार्ता का समर्थन है। अमरीका आस्तावा वार्ता के ख़िलाफ़ है। इस तरह यह स्पष्ट हो गया कि जर्मनी अमरीका से सीधे तौर पर टकराना नहीं चाहता लेकिन बहुत से अहम मामलों में बर्लिन-वॉशिंग्टन के दृष्टिकोण एक दूसरे के ख़िलाफ़ हैं। (MAQ/T)