अमेरिका के निकट अरब जगत का कोई महत्व नहीं" ईसा जरादी
अमेरिका ने अरबों का आह्वान किया है कि वे जायोनी शासन के अपराधों के बजाये हमास की कार्यवाहियों की भर्त्सना करें।
अलजीरिया के एक लेखक ने कहा है कि अमेरिका ने अरब देशों के शासकों को अपना पिछलग्गू बना लिया है और अरब जगत का उसके निकट कोई महत्व नहीं है।
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार ईसा जरादी ने अमेरिका के संबंध में अरब देशों की नीतियों की तीव्र आलोचना करते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमेरिकी राजदूत निकी हेली अरबों की आलोचना करती हैं परंतु वह शायद भूल गयी हैं कि अरब सरकारें पूरी तरह अमेरिका की पिछलग्गू हो गयी हैं।
अलजीरियाई लेखक ने आगे कहा कि अमेरिका ने अरबों का आह्वान किया है कि वे जायोनी शासन के अपराधों के बजाये हमास की कार्यवाहियों की भर्त्सना करें।
रोचक बात यह है कि यह उस स्थिति में है जब जायोनी शासन फिलिस्तीनियों के अधिकारों का हनन कर रहा है और उसने लाखों फिलिस्तीनियों को बेघर कर दिया है और उसने फिलिस्तीनियों के हज़ारों मकानों को ध्वस्त किया है।
ईसा जरादी ने अरब देशों द्वारा जायोनी शासन के खुले व गुप्त समर्थन की आलोचना करते हुए कहा कि अरब सरकारों ने पिछले कई दशकों के दौरान हर दूसरे पक्ष से अधिक फिलिस्तीनियों के साथ विश्वासघात किया है और उन्हें इस्राईल के समक्ष घुटने के लिए प्रयास किया है।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि ये भ्रष्ट सरकारें अपनी बक़ा के लिए जायोनी शासन के साथ सहकारिता पर आधारित अमेरिकी नीति के अनुसरण के अलावा वाशिंग्टन के अधिकारियों विशेषकर अमेरिकी राष्ट्रपति को पैसा भी देती हैं।
अलजीरियाई लेखक ने आगे बल देकर कहा कि अमेरिका अलजीरिया जैसे अरब देशों की आलोचना करता है जो फिलिस्तीनियों के खिलाफ ट्रम्प की डील आफ द सेन्चुरी के विरोधी हैं। MM