मलेशिया ने इस्राईली तैराक को देश में घुसने नहीं दिया
मलेशिया ने टोकियो पैरा ओलंपिक 2020 के लिए होने वाले क्वालीफ़ाइंग मुक़ाबलों में भाग लेने के लिए ज़ायोनी तैराक के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिस पर इन्टरनेश्नल पैरा ओलंपिक कमेटी (आईपीसी) ने निराशा व्यक्त की है।
एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार मलेशिया के पूर्वी प्रांत सारा ओवाक के शहर कोचिंग में 24 जुलाई से 4 अगस्त तक पैरा ओलंपिक क्वालीफ़ाइंग मुक़ाबले होंगे जहां 70 देशों से सैकड़ों तैराक भाग लेंगे।
ज्ञात रहे कि मलेशिया, औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं करता। इस्राईली पासपोर्ट रखने वालों का मलेशिया में प्रवेश वर्जित है। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातीर मुहम्मद ने स्पष्ट किया कि कोआलालांपुर की ओर से इस्राईल के तैराक को मुक़ाबलों में भाग के लिए वीज़ा जारी नहीं किया जाएगा।
सरकारी न्यूज़ एजेन्सी बीरगामा की रिपोर्ट के अनुसार महातीर मुहम्मद ने अपने सैद्धांतिक दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा कि हम अपने दृष्टिकोण पर डटे हुए हैं और यदि वह आते हें तो यह उल्लंघन होगा। मलेशिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि आईपीसी मलेशिया की मेज़बानी के अधिकारी को वापस लेना चाहती है तो वह ऐसा कर सकती है।
दूसरी ओर आईपीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उन्हें महातीर मुहम्मद के बयान पर निराशा हुई है किन्तु इस मामले का हल सुझा लिया जाएगा।
ज्ञात रहे कि मलेशिया की जनता फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करती है और दिसम्बर 2017 में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की ओर से अमरीकी दूतासवा को तेल अवीव से बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित करने के फ़ैसले के विरुद्ध व्यापक प्रदर्शन किए थे। (AK)