हांगकांग में वापस लिया गया प्रस्तावित प्रत्यर्पण क़ानून
हांगकांग की नेता कैरी लाम ने कहा है कि प्रस्तावित प्रत्यर्पण कानून से संबंधित बिल निरस्त हो गया है।
कैरी लाम ने कहा कि प्रस्तावित कानून को लेकर सरकार के सभी फैसले असफल रहे हैं। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में हांगकांग की नेता कैरी लाम ने कहा कि लोगों के मन में अब भी यह आशंका है कि सरकार प्रत्यर्पण कानून पास कराने के लिए विधाई परिषद में फिर से प्रक्रिया शुरू करेगी। इसी के चलते मैं फिर दोहरा रहीं हूं कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। यह बिल अब निरस्त हो चुका है। संचार माध्यमों के अनुसार हांगकांग की नेता के इस बयान के बावजूद कैरी लाम के आलोचक और प्रदर्शनकारी अभी उनके इस बयान से आश्वस्त नहीं हो पाए हैं। वह अब भी इस बिल को वापस लिए जाने की मांग पर ही अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि कैरी लाम लोगों को अपने शब्दों के जाल में उलझा रही हैं।
ज्ञात रहे कि हांगकांग के इस बिल में संदिग्धों और अपराधियों को मुकदमे के लिए चीन में प्रत्यर्पित किए जाने का प्रावधान है। कई लोग इसे हांगकांग की स्वायत्ता और यहां के नागरिकों के अधिकारों पर खतरा बता चुके हैं। जून में लाखों लोग इस बिल के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे। व्यापक स्तर पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण ही लाम को बिल निलंबित करना पड़ा था। इसके बाद भी विरोध नहीं रुका। प्रदर्शनकारी कानून को पूरी तरह से रद करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उल्लेखनीय है कि हांगकांग पहले ब्रिटिश कॉलोनी थी लेकिन 1997 से कुछ स्वायत्तता के साथ इस पर चीन का शासन है।