अधिकतम दबाव की नीति ट्रम्प की बड़ी नाकामी थीः ख़ावियर सोलाना
यूरोपीय संघ की विदेश नीति के पूर्व आयुक्त ने कहा है कि ईरान पर अधिकतम दबाव की नीति की विफलता ट्रम्प की बड़ी नाकामी थी।
ख़ावियर सोलाना ने वियना वार्ता को परमाणु समझौते को सफल बनाने का अवसर बताया और एक नोट में लिखा कि वर्षों की वार्ता के बाद परमाणु समझौता हुआ था और ट्रम्प ईरान के खिलाफ अधिक से अधिक दबाव की नीति के अंतर्गत एक पक्षीय रूप से उससे निकल गये।
उन्होंने कहा कि जो बाइडेन के सत्ता में आने के बाद वियना में वार्ता आरंभ हुई है जो डिप्लोमैटिक तरीक़े से परमाणु समझौते को कामयाब बनाने का अवसर देती है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि वियना में जारी वार्ता सफल होगी क्योंकि तेहरान के खिलाफ़ अधिक से अधिक दबाव की नीति की विफलता, ट्रम्प की बड़ी नाकामी है।
परमाणु समझौते के संयुक्त आयोग के सदस्यों ने कल वियना में अपनी वार्ता को दोबारा आरंभ किया और अमेरिका किस प्रकार इस समझौते में वापस आयेगा इस बात की समीक्षा इस वार्ता में की गयी।
आठ मई 2018 को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक पक्षीय और ग़ैर क़ानूनी रूप से परमाणु समझौते से निकल गये थे और उन्होंने ईरान के खिलाफ अधिकतम दबाव की नीति अपनाई और इस नीति के अंतर्गत उन्होंने तेहरान के विरुद्ध उन प्रतिबंधों को भी दोबारा लगा दिया जो स्थगित कर दिए गए थे।
बहरहाल ट्रम्प ने ईरान पर अधिक से अधिक दबाव डालने और प्रतिबंध लगाने में किसी प्रकार के संकोच से काम नहीं लिया किन्तु अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान के साथ होने वाले परमाणु समझौते में वापसी की इच्छा जताई है मगर अभी तक इसके लिए उन्होंने व्यवहारिक रूप से कोई क़दम नहीं उठाया है। MM
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए
हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!