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ईश्वरीय वाणी

पवित्र क़ुरआन की आयतों की विभिन्न आयामों से समीक्षा पर आधारित कार्यक्रम

Feb ०७, २०१६ १७:०९ Asia/Kolkata
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  • 112
    ईश्वरीय वाणी-११२
    नस्र सूरा पवित्र क़ुरआन का 110वां सूरा है।
  • 111
    ईश्वरीय वाणी-१११
    सूरए कौसर क़ुरआने मजीद का एक सौ आठवां सूरा है जो पैग़म्बर पर मक्के में नाज़िल हुआ और इसमें तीन आयतें हैं।
  • 110
    ईश्वरीय वाणी-११०
    सूरए क़ुरैश क़ुरआने मजीद का एक सौ छठा सूरा है जो मदीने में नाज़िल हुआ और इसमें चार आयतें हैं।
  • 109
    ईश्वरीय वाणी-१०९
    सूरे होमज़ह पवित्र क़ुरआन का 104वां सूरा है और यह मक्के में नाज़िल हुआ था और इसमें नौ आयते हैं।
  • 108
    ईश्वरीय वाणी-१०८
    सूरए तकासुर क़ुरान का 102वां सूरा है। यह सूरा मक्के में नाज़िल हुआ और इसमें 8 आयते हैं।
  • 107
    ईश्वरीय वाणी-१०७
    आदियात क़ुराने मजीद का 100वां सूरा है। यह मदीने में नाज़िल हुआ और इसमें 11 आयते हैं।
  • 106
    ईश्वरीय वाणी-१०६
    सूरे बय्येना पवित्र कुरआन का 98वां सूरा है।
  • 105
    ईश्वरीय वाणी-१०५
    सूरए अलक़ की शुरू की पांच आयतें वहीं हैं जो मक्के की हिरा नामक गुफा में पैग़म्बरे इस्लाम की पैग़म्बरी शुरू होने के समय उन पर नाज़िल हुईं।
  • 104
    ईश्वरीय वाणी-१०४
    सूरए इंशराह मक्के में नाज़िल हुआ।
  • 103
    ईश्वरीय वाणी-१०३
    सूरए लैल क़ुरआने मजीद का 92वां सूरा है जो हिजरत से पहले मक्का में उतरा।
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