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इमाम ज़मान अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम
Feb २४, २०२४ १४:४९15 शाबान 255 हिजरी कमरी उस महान हस्ती के जन्म दिवस का शुभ अवसर है जो पूरी दुनिया को न्याय और शांति से भर देगा।
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इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम
Feb १४, २०२४ १९:३४दोस्तो जैसाकि आप जानते हैं कि इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बेटे हैं और सन 38 हिजरी कमरी में पवित्र नगर मदीना में आपका जन्म हुआ था।
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पैग़म्बरे इस्लाम स. की पैग़म्बरी की घोषणा के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम
Feb ०७, २०२४ २०:५५दोस्तो पैग़म्बरे इस्लाम द्वारा पैग़म्बरी की घोषणा किये हुए शताब्दियों का समय बीत रहा है तब से लेकर आजतक न जाने कितनी घटनायें घट चुकी हैं और जितना अधिक समय बीतता जा रहा है उतना ही पैग़म्बरे इस्लाम द्वारा लाई गयी जीवनदायक शिक्षाओं का महत्व अधिक स्पष्ट होता जा होता रहा है और यह सच्चाई दिन प्रतिदिन अधिक स्पष्ट होती जा रही है कि पैग़म्बरे इस्लाम जिन शिक्षाओं को लेकर आये थे उनका आधार सदव्यवहार, शालीनता, न्याय, बराबरी और बंधुत्व है और इन शिक्षाओं का पालन करके इंसान लोक- परलोक दोनों में अपने जीवन को सफल
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13 रजब हज़रत अली अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस का शुभ अवसर है
Jan २४, २०२४ १८:१६रजब का महीना था। ईमान से ओत- प्रोत हज़रत फातेमा बिन्ते असद भी दूसरे लोगों की भांति काबे की परिक्रमा कर रही थीं कि अचानक उन्होंने प्रसव पीड़ा का आभास किया।
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महान ईश्वर ने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा स. के जन्म से पहले पैग़म्बरे इस्लाम को क्या आदेश दिया था?
Jan ०२, २०२४ १८:१९पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ईश्वरीय संदेश “वहि” की प्रतीक्षा में थे।
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अनमोल रत्न क़ासिम सुलेमानी-1
Dec ३१, २०२३ १४:१२दोस्तो ईरान के महान योद्धा जनरल क़ासिम सुलेमानी की शहादत की बरसी को मौक़े के पर विशेष कार्यक्रम की पहली कड़ी के साथ आपकी सेवा में हाज़िर हैं।
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हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम का महत्वपूर्ण संदेश शांति और दोस्ती है
Dec २४, २०२३ १५:०६दोस्तो यह वह दिन है जब ईसाई समाज में खुशी का वातावरण है।
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सात हज़ार साल प्राचीन धरोहर औैर साल की सबसे बड़ी रात शबे यल्दा को ईरानी लोग क्यों महत्व देते हैं?
Dec २४, २०२३ १३:५७आमतौर पर लोग पुरानी और एतिहासिक चीज़ों को ज़मीन से बाहर निकालने को पसंद करते हैं।
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पैग़म्बरे इस्लाम के जन्म दिवस पर के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम
Oct ०२, २०२३ १९:५४इस्लाम धर्म से पहले अरब समाज विदितरूप में ज़िन्दा था, सरकारें थीं, सामाजिक गतिविधियां थीं परंतु जो चीज़ मर चुकी थी वह इंसानियत व मानवता थी।
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इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम
Oct ०२, २०२३ १९:४०इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम का जन्म 17 रबीउल अव्वल सन 83 हिजरी कमरी को पवित्र नगर मदीना में हुआ था। इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम आपके पिता और उम्मे फरवा आपकी माता थीं। उम्मे फरवा क़ासिम बिन मोहम्मद बिन अबि बक्र की बेटी थीं।