हमने पिछले दो कार्यक्रम में इस्लामी और पश्चिमी संस्कृति व सभ्यता के बारे में वरिष्ठ नेता के दृष्टिकोण की समीक्षा की थी और इस बात का उल्लेख किया कि वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई की नज़र में ज्ञान और आस्था एक दूसरे के पूरक हैं और यही चीज़ इस्लामी सभ्यता के चमकने का आधार बनी।