शनिवार - 8 अगस्त
8 अगस्त सन 1549 ईसवी को फ़्रांस ने इंगलैंड के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
8 अगस्न सन 1700 ईसवी को डेनमार्क और स्वेडन के बीच संधि समझौते पर हस्ताक्षर हुए।
8 अगस्त सन 1919 ईसवी को रावलपिंडी संधि ब्रिटेन ने अफ़ग़ानिस्तान की आज़ादी को मंज़ूरी दी।
8 अगस्न सन 1942 ईसवी को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की।
8 अगस्न सन 1945 ईसवी को सोवियत संघ ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
8 अगस्त सन 1988 ईसवी को लंबे युद्ध के बाद अफ़ग़ानिस्तान से रूसी सेना की वापसी शुरू हुई।
8 अगस्त सन 1998 ईसवी को तालेबान गुट ने अफ़ग़ानिस्तान के गुद्द के दौरान इस देश के उत्तरी नगर मज़ार शरीफ़ पर अधिकार कर लिया और फिर इस शहर में स्थित ईरानी काउन्सलेट पर आक्रमण करके 8 ईरानी राजनयिकों और एक पत्रकार को शहीद कर दिया। तालेबान की इस कार्रवाई पर जो अंतर्राष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन थी विश्व जनमत विशेषकर ईरानी जनता ने कड़ी आपत्ति जताई। सुरक्षा परिषद ने भी इस अपराध की निंदा की। उल्लेखनीय है कि तालेबान गुट अमरीका और पाकिस्तान के समर्थन से 1994 में उभर कर सामने आया और अफ़ग़ानिस्तान के अधिकतर भाग पर उसका क़ब्ज़ा हो गया। इस गुट ने अफ़गानिस्तान में मानवाधिकारों के विरुद्ध कानून लागू किये। अंतत: अक्तूबर सन 2001 में अमरीका ने आतंकवादी गुट अलकायदा को उखाड़ फेंकने के बहाने अफ़गानिस्तान पर आक्रमण किया जिसके बाद तालेबान गुट का पतन हो गया।
- 8 अगस्त 1879 को मैक्सिकन क्रांति के इमिलियानो ज़ापाता का जन्म हुआ। उन्होंने किसानों और स्थानीय लोगों की क्रांति का नेतृत्व किया।
- 8 अगस्त 1945 को हेनरी ट्रूमैन ने संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए और इस प्रकार अमरीका इस अंतर्राष्ट्रीय संघ में शामिल होने वाला पहला देश बन गया।
- 8 अगस्त 1974 को रिचर्ड निक्सन ने अपने पद से त्यागपत्र दिया और इस प्रकार वे इस्तीफ़ा देने वाले पहले अमरीकी राष्ट्रपति बने। उन पर वाॅटर गेट मामले में लिप्त होने को लेकर संसद में महाभियोग चल रहा था।
राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान वर्ष 1972 में रिपब्लिकन पर्टी के कुछ लोग डिमोक्रैटिक पार्टी की केन्द्रीय समिति के वाशिगन्टन के वाटरगेट स्थित दफ़तर में घुसे और वहां से उन्होंने न केवल महत्वपूर्ण दस्तावेज़ चोरी किये बल्कि उनकी बातें सुनने के लिये वहां पर माइक्रोफ़ोन आदि भी गुप्त रुप से लगा दिये।निकसन यद्यपि इस धांधली द्वारा राष्ट्रपति बन गये परन्तु जब इस धांधली का भांडा फूटा और यह लज्जाजनक राजनैतिक चोरी वाइट हाउस के अन्य अधिकारियों को भी अपनी लपेट में लेने लगी तो निकसन को त्यागपत्र देना पड़ा और जेराल्ड फ़ोर्ड ने, जो निकसन के उपराष्ट्रपति थे चार वषीर्य राष्ट्रपति काल के अन्त तक निकसन के उत्तरधिकारी के रुप में काम किया।
8 अगस्त सन 1967 ईसवी को थाइलैंड की राजधानी बैंकाक में इंडोनेशिया फ़िलिपीन सिंगापुर और थाइलैंड ने दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों का आसेआन संगठन बनाने पर समझौता किया। आज के दिन इस समझौते पर उक्त देशों के विदेशमंत्रियों ने हस्ताक्षर किये।
8 अगस्त सन 1988 ईसवी को संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्कालीन महासचिव जेवियर पेरिज़ क्यूलर ने ईरान इराक़ आठ वर्षीय युद्ध में संघर्ष विराम की घोषणा की। कार्यक्रमानुसार यह संघर्ष विराम घोषणा के 12 दिन बाद अर्थात 20 अगस्त को लागू हुआ।
8 अगस्त सन 1990 को इराक़ के तत्कालीनतानाशाह सद्दाम ने घोषणा की थी कि उस ने कुवैत को १९वें प्रांत के रुप में अपने देश का भाग बना लिया है जिसके बाद अमरीका के नेतृत्व में अंतर्रष्ट्रीय सेना ने इराक़ पर आक्रमण करके कुवैत को स्वतंत्र करवाया और क्षेत्र में अपने स्थायी सैनिक अडडे बना लिये। ऐसी रिपोर्ट हैं कि सददाम ने अमरीका की हरी झंडी पाकर ही कुवैत पर आक्रमण किया था।
8 अगस्त सन 1963 ईसवी को ब्रिटेन में ट्रेन में सबसे बड़ी डकैती की घटना हुई। डाकुओं ने ग्लैसगो लंदन मेल पर धावा बोलकर 26 लाख पाउंड लूट लिए।
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18 मुर्दाद सन 1364 हिजरी शम्सी को ईरान के प्रसिद्ध धर्मगुरु आयतुल्लाह मिर्ज़ा मोहम्मद सक़फ़ी का 90 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उन का जन्म तेहरान में हुआ था। उन्होंने क़ुम नगर में शिक्षा ग्रहण की। वरिष्ठ धर्मगुरुओं में अपस्थित रह कर वे स्वयं भी बड़े धर्गगुरु बन गए। उन्होंने अपना पूरा जीवन इस्लामी शिक्षाओं के प्रसार और प्रचार तथा पुस्तकें लिखने में बिताया। उन की पुस्तकें इस्लामी विषयों से संबंधित हैं।
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18 जिलहिज्जा सन 10 हिजरी क़मरी को पैगम्बरे इस्लाम स ने अपने जीवन के अंतिम हज से वापसी के समय ईश्वर के आदेशानुसार हज़रत अली को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। पैग़म्बरे इस्लाम ने यह घोषणा मक्के से मदीने के मार्ग में स्थित ग़दीरे ख़ुम नामक स्थान पर की थी जिसके बाद ईश्वर ने करआन की आयत उतारी जिसमें ईश्वर ने कहा है आज अनेक ईश्वरवादी ईश्वरीय धर्म की ओर से निराश हो गये तो उनसे न डरो बल्कि केवल मुझसे डरो। आज में मैने तुम्हारे धर्म को परिपूर्ण कर दिया। और तुमपर अपनी सारी विभूतियां पूरी कर दीं। और तुम्हारे लिए इस्लाम धर्म को पसंद किया। इसी कारण आज के दिन को मुसलमान ईद के रुप के रुप में मनाते हैं।
18 जिलहिज्जा सन 1214 हिजरी क़मरी को विश्व विख्यात मुसलमान धर्मगुरु शैख़ मुर्तज़ा अन्सारी का ईरान के दक्षिण पश्चिमी नगर देज़फोल में जन्म हुआ। उन्होंने बहुत कम समय में इस्लामी विषयों का ज्ञान प्राप्त कर लिया और 1249 हिजरी क़मरी में वे मुजतेहिद अर्थात इस्लामी ज्ञान में दक्ष हो गये। उन्होंने अत्यंत महत्वपुर्ण पुस्तकें लिखी हैं जो आज भी इस्लामी शिक्षा केंद्रों में पढाई जाती हैं इनमें रसायल और मकासिब नामक पुस्तकों का नाम विश्ष रुप से लिया जा सकता है।