शुक्रवार- 14 अगस्त
14 अगस्त वर्ष 2006 को संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की ओर से प्रस्ताव क्रमांक 1701 पारित होने और लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन तथा ज़ायोनी शासन द्वारा उसे स्वीकार किए जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच युद्ध समाप्त हुआ।
14 अगस्त सन 1862 को बाम्बे हाईकोर्ट का गठन हुआ।
14 अगस्त सन 1893 को फ्रांस मोटर कार रजिस्टर्ड करने वाला विश्व का पहला देश बना।
14 अगस्त सन 1942 को स्वतंत्रता सेनानी ऊषा मेहता ने खुफिया ट्रांसमीटर से रेडियो कार्यक्रम प्रसारित करना आरंभ किया। यह प्रसारण स्वतंत्रता संग्राम के लिए था
14 अगस्त सन 1945 को जापान ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान आत्मसमर्पण की घटक देशों की शर्तें मंज़ूर कर लीं।
14 अगस्त सन 1973 को पाकिस्तान के संविधान 1973 को लागू कर दिया यगा।
14 अगस्त सन 1987 को भारत का सब से बड़ा पदक, भारत रत्न खान अब्दुल ग़फ्फार ख़ान को दिया गया। वह भारत रत्न पाने वाले पहले गैर भारतीय थे।
14 अगस्त सन 1987 को भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर श्री लंका में परेड के दौरान एक सैनिक ने रायफल के कुंदे से हमला कर दिया।
14 अगस्त सन 1998 को भारतीय उप महाद्वीप की प्रसिद्ध गायिका शमशाद बेगम का मुंबई में निधन हो गया।
हिज़्बुल्लाह की सैन्य शक्ति को तबाह करने के उद्देश्य से लेबनान पर ज़ायोनी शासन के आक्रमण के कारण 12 जुलाई वर्ष 2006 को यह युद्ध आरंभ हुआ था। लेबनान की जनता ने ज़ायोनियों के पाश्विक आक्रमण के मुक़ाबले में अभूतपूर्व एवं आश्चर्यजनक प्रतिरोध का प्रदर्शन किया और हिज़्बुल्लाह ने भी अपने साहसिक एवं अप्रत्याशित आक्रमणों से इस्राईल के दो अत्याधुनिक युद्ध पोतों, छः हेलीकाप्टरों और दसियों टैंकों को ध्वस्त कर दिया जबकि अनेक ज़ायोनी सैनिकों को भी मार गिराया। हिज़्बुल्लाह के संघर्षकर्ताओं ने इसी प्रकार अतिग्रहित फ़िलिस्तीन पर चार हज़ार से अधिक राकेट व मिसाइल फ़ायर किए जिसके कारण बड़ी संख्या में ज़ायोनियों को अपना घर बार छोड़ कर भागना पड़ा। ज़ायोनी शासन की सिर से लेकर पैर तक शस्त्रों से लैस सेना के मुक़ाबले में हिज़्बुल्लाह के शौर्यपूर्ण प्रतिरोध ने इस्लामी जगत में इस संगठन और इसके नेता सैयद हसन नसरुल्लाह की लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि कर दी। 33 दिनों के बाद लेबनानी जनता और हिज़्बुल्लाह के जियालों के साहसपूर्ण प्रतिरोध के कारण, ज़ायोनियों ने जो आरंभ में संघर्षविराम के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर रहे थे, विवश हो कर युद्ध विराम को स्वीकार कर लिया और पराजित हो कर लेबनान की सीमा से पीछे हट गए।
14 अगस्त सन 1452 ईसवी को इटली के प्रख्यात चित्रकार व शिल्पकार लियोनार्दो दावेन्ची का जन्म हुआ। उन्हें बचपन से ही चित्रकला से बहुत लगाव था। 1506 ईसवी में बारहवें लुई और फिर फ़्रांसिस प्रथम के दरबारी चित्रकार के रुप में दावेन्ची का चयन हुआ। मीलान नगर के गिरजाघर की उनकी निर्माण कला का सबसे प्रख्यात नमूना जाना जाता है। चित्रकला में मोनालीसा उनकी सबसे प्रख्यात पेंटिग्स है। दावेन्ची का निधन 1519 ईसवी में हुआ।
14 अगस्त सन 1825 ईसवी को डीज़ल की खोज की गयी। ब्रिटेन के प्रख्यात भौतिक एवं रसायनशास्त्री माइकल फ़ैराडे ने अनेक अनुसंधानों व प्रयोगों के पश्चात डीज़ल को खनिज तेल से अलग करने में सफलता प्राप्त की। किंतु उस समय लोगों को तेल के आर्थिक व औद्योगिक महत्व का पता नहीं था।
14 अगस्त सन 1945 ईसवी को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान, घटक देशों के सामने हथियार डालने पर विवश हुआ। इस प्रकार 1939 में पोलैंड पर नाजी जर्मनी के आक्रमण के साथ ही आरंभ होने वाला यह विश्व युद्ध जापान में समाप्त हो गया। दिसम्बर सन 1941 में अमरीका और जापान के मध्य भीषण युद्ध हुआ किंतु जापान के हीरोशीमा और नागासाकी नगरों पर अमरीका की परमाणु बम्बारी के बाद जापान ने हथियार डाल दिए इस बमबारी में लगभग दो लाख लोग मारे गये थे।
14 अगस्त सन 1947 ईसवी को पाकिस्तान भारत से अलग हुआ । ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध भारत की जनता के आन्दोलन के अतंर्गत 1906 में मुस्लिम लीग पार्टी का गठन हुआ और मुहम्मद अली जेनाह इसके अध्यक्ष बने। मुस्लिम लीग का उद्देश्य एक मुस्लिम सरकार का गठन था। इस पार्टी ने भारतीय मुसलमानों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया और पाकिस्तान बनाने में सफल हो गयी। भारत से अलग होते समय पाकिस्तान के दो भाग थे जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग थे। पूर्वी पाकिस्तान सन 1971 में बंग्लादेश के रूप में अलग देश बन गया।
14 अगस्त सन 1970 ईसवी को योगोस्लाविया और वैटिकन ने दोबारा राजनयिक संबंध स्थापित किये। इससे पहले 18 वर्षों तक दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध टूटे रहे थे।
14 अगस्त सन 1986 को पाकिस्तान में राष्ट्रपति ज़ियाउल हक़ की सरकार के विरुद्ध दंगे भड़क उठे जिसमें कई लोगों को मार दिया गया। और विपक्ष की नेता बेनज़ीर भुट्टों को गिरफ़्तार कर लिया गया।
***
24 मुर्दाद सन 1369 हिजरी शम्सी को इराक़ के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति हाशमी रफसन्जानी को पत्र लिखकर 1357 के अल्जीरिया समझौते को पूर्ण रुप से स्वीकार करने की घोषणा की। 27 शहरीवर सन 1359 हिजरी शम्सी को सद्दाम हुसैन ने बड़ी शक्तियों के बहकावे और उकसावे में आकर उक्त समझौते को रद्द करते हुए उसे टीवी कैमरों के सामने फाड़ दिया था। बाद में सद्दाम ने ईरान पर अतिक्रमण आरंभ किया। 8 वर्षो तक चलने वाले इस युद्ध में सद्दाम को असफलता का मुंह देखना पड़ें।
***
24 जिलहिज्जा सन 10 हिजरी क़मरी को प्रसिद्ध इस्लामी इतिहासकारों के अनुसार पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद स युवाओं के उददेश्य से अपनी सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हेरा सलामुल्लाह अलैहा अपने दामाद और चचेरे भाई हज़रत अली अ तथा दो नातियों हज़रत इमाम हसन और हज़रत इमाम हुसैन अ के साथ मदीना नगर से निकले ताकि ईसाई धर्मगुरुओं के साथ मुबाहिला करके अपनी और अपने अपने धर्म की सच्चाई को प्रमाणित कर दें। मुबाहिला उस शास्त्रार्थ को कहते हैं जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर ईश्वरीय प्रकोप की प्रार्थना करते हैं और असत्य पर रहने वाला पक्ष ईश्वरीय प्रकोप का पात्र बनता है।