रविवार- 16 अगस्त
16 अगस्त सन 1807 ईसवी को स्वीडिन के भूगर्भवेत्ता लुई आक्सीज़ का जन्म हुआ। लुई आक्सीज़ के शोधकार्यों को बहुत महत्व प्राप्त है। 66 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ।
- 16 अगस्त सन 1921 ईसवी को युगोस्लाविया के नेरश पीटर प्रथम का निधन हुआ। जिसके पश्चात उनके पुत्र एलेग्ज़ेन्डर प्रथम ने उनका स्थान संभाला।
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16 अगस्त सन 1858 ईसवी को अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स बुशनैन को ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया की ओर से एक टेलिग्राफ संदेश ट्रांस अटलांटिक केबल से प्रसारित किया गया।
16 अगस्त सन 1946 ईसवी को कलकत्ता (कोलकाता) में बड़े पैमाने पर दंगे भड़के, जिन्में हजारों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
16 अगस्त सन 1947 ईसवी को ब्रिटिश संसद के हाउस आफ़ लार्ड्ज़ ने भारत की स्वतंत्रता का क़ानून पास किया।
16 अगस्त सन 1967 ईसवी को चमेली फूल को पाकिस्तान का राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया।
16 अगस्त सन 2001 ईसवी को हब्बल अंतरिक्ष टेलिस्कोप का इस्तेमाल करके सौर मंडल के बाहर स्थित एक ग्रह को खोजा गया।
16 अगस्त सन 1972 ईसवी को मोरक्को के नरेश हसन द्वितीय इस देश की वायु सेना के आक्रमण के बावजूद सुरक्षित बच निकलने में सफल हुए। मोरक्को की वायु सेना के युद्धक विमान ने उस विमान पर आक्रमण किया था जिससे नरेश, रबात जा रहे थे।
- 16 अगस्त सन 1990 ईसवी को इराक़ के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने फार्स की खाड़ी के क्षेत्र में सैनिकों का जमावड़ा कर रहे अमरीकी राष्ट्रपति जार्ज बुश सीनियर को धमकी दी कि उनके सैनिक इस क्षेत्र से कफ़न में वापस जाएंगे।
- 16 अगस्त 1997 को पाकिस्तान के प्रख्यात क़व्वाल और ग़ज़ल गायक नुसरत फ़तेह अली ख़ान का निधन हुआ।
16 अगस्त सन 1960 ईसवी को वर्षों की अशांति के बाद साइप्रस द्वीप स्वतंत्र हुआ। वहां इस समय लोकतांत्रिक व्यवस्था है। यह तुर्की के दक्षिण में भूमध्य सागर में स्थित है। वर्ष 1878 ईसवी तक यह द्वीप उसमानी शासन के क़ब्ज़े में था किंतु इसी वर्ष उसमानी शासन ने पेरिस कॉन्फ़्रेंस में यह द्वीप ब्रिटेन के हवाले कर दिया और सन 1925 में साइप्रस औपचारिक रुप से ब्रिटेन का उपनिवेश बन गया। इसके बाद से साइप्रस में रहने वाले यूनानियों ने जिनकी संख्या 80 प्रतिशत थी इस क्षेत्र को यूनान से जोड़ने की मांग की और फिर साइप्रस में राजनैतिक तनाव बढ़ गया जिसके चलते द्वीप की संविधान परिषद भंग हो गयी। दूसरी ओर तुर्की ने साइप्रस के अल्पसंख्यक तुर्कों के अधिकारों का समर्थन आरंभ कर दिया जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गयी। अंतत: उसक़ोफ़ मारकरयूस ने जो बाद में इस द्वीप के राष्ट्रपति भी बने इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में पहुँचाया। 1960 में यह देश स्वतंत्र हुआ किंतु स्वतंत्रता मिलने के बाद भी इस क्षेत्र का संकट समाप्त नहीं हुआ। वर्ष 1974 में तुर्की ने इस द्वीप पर आक्रमण करके इसके उत्तरी भाग पर अधिकार कर लिया इस प्रकार यह द्वीप व्यवहारिक रुप से दो भागों में बॅट गया।
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26 मुर्दाद सन 1369 हिजरी शम्सी को युद्ध बंदियों के आदान प्रदान के प्रथम चरण में इराक़ में कैद, ईरानी बंदियों के पहले गुट ने अपनी मातृभूमि में क़दम रखा। दोनों पक्षों के युद्ध बंदियों की रिहाई ईरान व इराक़ के बीच शांति स्थापना के सुरक्षा परिषद के प्रास्ताव 598 के मार्ग में एक महत्वपूर्ण प्रगति थी। सद्दाम हुसैन ने, जो कुवैत पर आक्रमण के कारण दबाव में था, 1975 के अलजीरिया समझौते को स्वीकार करने के पश्चात युद्ध बंदियों की स्वतंत्रता और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं तक पीछे हटने को भी स्वीकार कर लिया। इराक़ में ईरानी युद्ध बंदियों को कड़ी यातनाएं दी गयीं और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। जबकि ईरान में इराक़ी क़ैदियों के साथ इतना अच्छा इस्लामी व मानवीय व्यवहार किया गया कि लगभग 7 हज़ार इराक़ी बंदियों ने इराक़ न जाकर ईरान में शरण लेने को प्राथमिकता दी।
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26 ज़िलहिज्जा सन 559 हिजरी क़मरी को इराक़ के वासित नामक नगर में विख्यात धर्मगुरु और साहित्यकार अबुल फ़ज़ायल आमेदी का जन्म हुआ। उन्होंने बग़दाद नगर में इस्लामी विषयों जैसे फ़िक़ह, उसूले फ़िक़ह इसी प्रकार साहित्य और गणित की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने बड़े ही सार्थक, लक्ष्यपूर्ण एवं प्रभावशाली शेर भी लिखे हैं।
49 वर्ष की आयु में अपनी मातृभूमि में उनका निधन हुआ।