शुक्रवार -21 अगस्त
21 अगस्त 1952 ईसवी को पाकिस्तान इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल आईसीसी का सदस्य बना।
21 अगस्त 1790 - जनरल मेडोस के नेतृत्व में ब्रिटिश सेना ने डिंडिगुल पर क़ब्ज़ा जमाया।
21 अगस्त 1915 - पहले विश्व युद्ध के दौरान इटली ने तुर्की के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
21 अगस्त 1952 ईसवी को पाकिस्तान इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल आईसीसी का सदस्य बना।
21 अगस्त 1959 - हवाई अमेरिका का 50वां प्रांत बना।
21 अगस्त 1965 - यूरोपीय देश रोमानिया में संविधान को अंगीकार किया गया।
21 अगस्त 1969 ईसवी को नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्डर्न ने चांद की सतह पर क़दम रखे।
21 अगस्त 1972 - वन्यजीव संरक्षण अधिनियम भारतीय संसद में पारित हुआ।
21 अगस्त सन 1983 ईसवी को अंटार्कटिका में न्यूनतम तापमान माइनस 89 डिग्री सेंटीग्रेड रिकार्ड किया गया।
21 अगस्त 1997 - पूर्वी चीन में चक्रवाती तूफ़ान विन्नी से 140 लोगों की मौत हुई और तीन हजार लोग घायल हुए।
21 अगस्त 1983 - फिलीपींस के विपक्षी नेता बेनिग्रो एस. एक्विनो की स्वैच्छिक निर्वासन के पश्चात वापसी, भूमि पर क़दम रखते ही गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी।
21 अगस्त 1988 – भारत - नेपाल सीमा पर आये तीव्र भूकंप से एक हज़ार लोगों की मौत हुई।
21 अगस्त 1991 - सोवियत संघ में राष्ट्रपति गोर्बाचोव अपदस्थ हो गये और मास्को में कर्फ़्यू, क्रान्ति विफल एवं गोर्बाचोव पुन: सत्ता में पहुंचे।
21 अगस्त 1993 - राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने रूसी संसद भंग किया।
21 अगस्त 2000 - दक्षिण-पूर्वी आर्देक प्रान्त में लगी आग से 1600 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़े वन नष्ट, रूसी पनडुब्बी के सभी 118 सदस्यों के मारे जाने की पुष्टि।
21 अगस्त 2003 - संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव कोफ़ी अन्नान ने इराक़ में संयुक्त शांति सेना भेजने का प्रस्ताव खारिज किया।
21 अगस्त 2005 - बांग्लादेश और भारत की सीमा सुरक्षा बल के जवानों के बीच संघर्ष विराम का समझौता सम्पन्न हुआ।
21 अगस्त 2006 - इराक के अपदस्थ राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने नरसंहार ट्रायल में भाग लेने से इन्कार किया।
21 अगस्त 2008 - श्रीनगर और 'पाक अधीकृत कश्मीर' की राजधानी मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली कारवां-ए-अमन बस सेवा पुनः प्रारम्भ हुई और मून मिशन पर भारत ने नासा से हाथ मिलाया।
21 अगस्त 2009 - भारतीय नौसेना का लड़ाकू विमान ‘सी हेरियर’ गोवा से उड़ान भरने के पश्चात् अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान चालक ले. कमाण्डर सौरभ सक्सेना का निधन।
21 अगस्त 2012 - अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो में इबोला वायरस के संक्रमण से 20 लोगों की जानें गई।
21 अगस्त 2013 - मलेशिया में चिन स्वी मंदिर के समीप बस दुर्घटना में 37 लोग मारे गए और 16 घायल लोग हुए।
21 अगस्त 2014 – रफ़ह पास में इजरायली हवाई हमले में हमास के तीन शीर्ष कमांडर मारे गए।
21 अगस्त सन 1959 ईसवी को ईरान, तुर्की, पाकिस्तान व ब्रिटेन की सम्मिलिति से सिन्टो नामक संगठन की स्थापना हुई तुर्की की राजधानी अंकारा में गठित होने वाला यह संगठन बग़दाद संधि के स्थान पर अस्तित्व में आया था। यद्यपि अमरका सिन्टो का औपचारिक सदस्य नहीं था और उसने पर्यवेक्षक के रुप में इसकी बैठकों में भाग लिया परंतु व्यवहारिक रुप से इस संगठन के समस्त निर्णयों में उसकी प्रभावशाली भूमिका रही। सिन्टो संधि वास्तव में पूर्व सोवियत संघ के विरुद्ध पश्चिम की सामरिक व्यवस्था की केंद्रीय कड़ी थी। यह पश्चिम की नैटो तथा पूर्व की सीटो संधियों को आपस में जोड़ती थी। 1979 में ईरान की इस्लामी क्रांति की सफलता और सिन्टो से ईरान के निकल जाने के बाद यह संधि व्यवहारिक रुप से समाप्त हो गयी।
21 अगस्त सन 1969 ईसवी को मुसलमानों के पहले क़िब्ले मस्जिदुल अक़सा में ज़ायोनियों ने आग लगा दी। जिससे इस पवित्र एवं ऐतिहासिक स्थल को भारी क्षति हुई। ज़ायोनी शासन ने आग लगने के लिए ऑस्ट्रलिया के एक पर्यटक को आरोपी ठहराया और उसे गिरफ़तार कर लिया। किंतु तेल अबीब के एक न्यायालय ने एक दिखावटी मुकद्दमें में इस आस्ट्रेलियायी को मानसिक रोगी घोषित किया और उसे स्वतंत्र कर दिया किंतु इसके साथ ही इस्लामी देशों की जनता ने ज़ायोनी शासन के ग़लत प्रचारों पर ध्यान दिए बिना इस अतिग्रहणकारी शासन के विरुद्ध व्यापक प्रदर्शन किये। आग लगाए जाने की इस घटना के बाद इस्लामी देशों ने इस्लामी जगत और अपने पवित्र स्थलों के प्रति ख़तरे का आभास करते हुए इस्लामी कॉन्फ्रेन्स संगठन ओ आई सी का गठन किया।
21 अगस्त सन 1945 ईसवी को ब्रिटेन के प्रख्यात विद्वान व पूर्वी मामलों के विशेषज्ञ रेनॉल्ड निकोल्सन का 77 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उनका जन्म 1868 ईसवी में हुआ था। 1903 में उन्होंने लंदन के केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भाषा के अध्यापक के रूप में कार्य आरंभ किया। निकोल्सन ने ईरानी साहित्य के बारे में व्यापक अध्ययन किया था। और वे स्वयं को ईरान के प्रख्यात कवि मौलाना जलालुद्दीन रुमी का अनुयायी कहते थे। निकोल्सन ने रुमी के प्रख्यात काव्य लेख मसनवी के बारे में 25 वर्ष तक अध्ययन किया। उन्होंने सबसे पहले मसनवी का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया।
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31 मुर्दाद सन 1382 हिजरी शम्सी को विश्व मस्जिद दिवस मनाए जाने की घोषणा की गयी। इस्लामी सहयोग संगठन ओआईसी के तेरान सम्मेलन में इस्लामी देशों के विदेशमंत्रियों की बैठक में ईरान की ओर से इस सुझाव को पारित किया गया और उसके बाद हर साल 21 अगस्त को मस्जिदुल अक्सा को आग लगाए जाने की बरसी के अवसर पर विश्व मस्जिद दिवस मनाया जाता है। ओआईसी के तेहरान सम्मेलन में सदस्य देशों से मांग की गयी थी कि वह पवित्र स्थलों के रूप में मस्जिदों के सम्मान की रक्षा के लिए इस दिन विश्व मस्जिद दिवस घोषित करें। ओआईसी ने तेहरान के इस सुझाव को पारित कर दिया जिसके बाद आज के दिन विश्व मस्जिद दिवस मनाया जाता है।
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1 मोहर्रम को कुछ इतिहासकारों के कथनानुसार पैग़म्बरे इसलाम स और उनके साथियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए कुरैश कबीले के बीच समझौता हुआ। क़ुरैश कबीले के अनेकेश्वरवादी जो इसलाम के दिन प्रतिदिन बढ़ते प्रभाव से चिंतित थे और इस धर्म के प्रचार और प्रसार को रोकने के उनके प्रयास असफल हो चुके थे पैग़म्बरे इस्लाम स की शत्रुता पर उतर आए और उन्होंने पैग़म्बरे इस्लाम तथा उनके साथियों का जीना कठिन कर दिया। इन सरदारों ने मुसलमानों के विरुद्ध एक संधि की। इस संधि के अनुसार कोई भी व्यक्ति मुसलमानों के साथ कोई व्यापार या क्रय विक्रय नहीं कर सकता था। पैग़म्बरे इस्लाम और उनके साथियों ने कठिनाई के यह तीन वर्ष शेअबे अबू तालिब नामक एक दर्रे में बिताए। शअब अबू तालिब का परिवेषटन समाप्त होने के पश्चात पैग़म्बरे इसलाम स की पत्नी हज़रत ख़दीजा और उनके चाचा हज़रत अबू तालिब का निधन हो गया। इन सारी कठिनाइयों के बावजूद मुसलमान विचलित न हुए और वे सत्य के मार्ग पर बढ़ते रहे। अंतत: क़ुरैश के सरदारों ने स्वयं ही लज्जित होकर अपने निर्णय को बदल दिया। इस बीच एक आशचर्यजनक घटना यह हुई कि समझौते का मसौदा जिस खाल पर लिखा गया था दीमक उसे खा गयी इसका केवल वही भाग सुरक्षित रह गया जिस पर ईश्वर और पैगम्बरे इस्लाम का नाम लिखा हुआ था। अंतत: 3 वर्ष हिजरी पूर्व रजब के महीने में मुसलमानों पर लगाया गया आर्थिक प्रतिबंध उठा लिया गया।