Nov १७, २०१५ १५:१८ Asia/Kolkata
  • फ़ारसी सीखें-37वां पाठ

जैसा कि आपको याद होगा मोहम्मद और सईद बहारिस्तान चौक पर टहल रहे थे और आयतुल्लाह मुदर्रिस के बारे में कि जो एक धर्मगुरु एवं सांसद थे बातचीत कर रहे थे।


जैसा कि आपको याद होगा मोहम्मद और सईद बहारिस्तान चौक पर टहल रहे थे और आयतुल्लाह मुदर्रिस के बारे में कि जो एक धर्मगुरु एवं सांसद थे बातचीत कर रहे थे। वे टहलते हुए चौक के उत्तरी ओर पहुंचते हैं। चौक के उत्तरी ओर ईरानी संसद मजलिस की पुरानी इमारत स्थित है। एक बड़े उद्यान के बीच में सुन्दर इमारत है, इस इमारत का निर्माण सन् 1875 में किया गया था, इस इमारत में मस्जिद, स्कूल, पुस्तकालय, विशेष छोटी नहर और तांगे रखने का स्थान है। यह इमारत उन सरकारी इमारतों में से है कि जिन्हें मुज़फ्फ़रुद्दीन शाह के काल में ईरान की संसद मजलिस को उपहार में दिया गया था। मजलिस की पुरानी इमारत यद्यपि अभी तक मौजूद है किन्तु उसे क्षति पहुंची है। अब इस सुन्दर इमारत को एक संग्राहलय में परिवर्तित कर दिया गया है। इमारत के दक्षिण में कुछ दूरी पर शहीद मुतहरी मदरसा और मस्जिद स्थित है।

पहले इन शब्दों पर ध्यान दीजिएः  अनुवाद, दो बार दोहराएं


 

इमारत

ساختمان

 

 सुन्दर

 

 زیبا

 भाग

 

 قسمت

 चौक

 

 میدان

 बहारिस्तान

 

 بهارستان

 स्थित है

 

 وجود دارد

 स्पष्ट रूप से

 

 ظاهرا ً

 पुरानी

 

 قدیمی

 संसद

 

 مجلس

 पुराना

 

 قدیم

 गत

 

 گذشته

 बैठकें

 

 جلسات

 उनका आयोजन होता था

 

 آن برگزار می شده است

 धरोहर

 

 اثر

 ऐतिहासिक

 

 تاریخی

कलात्मक

 

 هنری

 उद्यान

 

 باغ

 बारे में 

 

 پیرامون

 इमारत

 

 بنا

 काल

 

 دوران

 क़ाजारिया शासन

 

 حکومت قاجاریه

उसका निर्माण किया गया है

 

 آن احداث شده است

 मस्जिद

 

 مسجد

 दक्षिण

 

 جنوب

चौक

 

 میدان

संबंधित

 

 مربوط به

पुराना

 

 قدمت

नाम

 

 اسم

मदरसा अर्थात धार्मिक शिक्षा केंद्र

 

 مدرسه

उच्च धार्मिक शिक्षा केंद्र

 

 مدرسه عالی

शहीद मुतहरी

 

 شهید مطهری

 अलबत्ता

 

 البته

 अब

 

 اکنون

 विश्वविद्यालय

 

 دانشگاه

 वह परिवर्तित हो गया है

 

 آن تبدیل شده است

 मीनार

 

 مناره

गुंबद

 

 گنبد

एक भाग

 

 بخشی از

 सजावट

 

 تزئینات

 वह क्षतिग्रस्त हो गया है

 

 آن خراب شده است

 गवाह

 

 شاهد

 कुछ

 

 برخی

 घटनाएं

 

 حوادث

 इतिहास

 

 تاریخ

समकालीन

 

 معاصر

उपयोग

 

 استفاده

अभी भी

 

 هم اکنون

 जमात के साथ नमाज़

 

 نماز جماعت

समस्त

 

 سایر

 समारोह

 

 مراسم

 धार्मिक

 

 مذهبی

 स्थान

 

 مکان

 वह आयोजित होता है

 

 آن برگزار می شود

 पुस्तकालय

 

 کتابخانه

 धार्मिक शिक्षा केंद्र

 

 حوزه علمیه

 

अब मोहम्मद और सईद की बातचीत पर ध्यान दीजिए

अनुवाद, दो बार दोहराएं ( सड़क पर ट्रैफ़िक और शोर शराबे की आवाज़)

 

मोहम्मद– बहारिस्तान चौक के इस भाग में कितनी सुन्दर इमारतें स्थित हैं। लगता है बहुत पुरानी हैं

محمد - چه ساختمان های زیبایی در این قسمت میدان بهارستان وجود دارد . ظاهرا ً خیلی قدیمی هستند

 

 

सईद- हां, यह ईरानी संसद की पुरानी इमारत है। विगत में संसद के सत्रों का आयोजन इसी में होता था

سعید - بله . این ساختمان ِ مجلس ِ قدیم ایران است . در گذشته ، جلسات مجلس در اینجا برگزار می شده است

 

 

मोहम्मद- यह इमारत एक ऐतिहासिक एवं कलात्मक धरोहर है। उसके चारो ओर एक सुन्दर उद्यान है

محمد - این ساختمان یک اثر تاریخی و هنری است . باغ پیرامون آن زیبا است

 

 

सईद- इस उद्यान का और इमारत का निर्माण क़ाजारिया शासन काल में हुआ था

سعید - این بنا و باغ در دوران حکومت قاجاریه احداث شده است

 

 

मोहम्मद- चौक के दक्षिणी ओर की मस्जिद भी संसद की इमारत से संबंधित है?

محمد - مسجد جنوب میدان نیز مربوط به ساختمان مجلس است

 

 

सईद- नहीं, किन्तु यह मस्जिद भी बहुत पुरानी है

سعید - نه . اما این مسجد نیز قدمت زیادی دارد

 

 

मोहम्मद- इस मस्जिद और मदरसे का क्या नाम है?

محمد - اسم این مسجد و مدرسه چیست

सईद- शहीद मुतहरी मस्जिद और मदरसा। अलबत्ता अब यह मदरसा शहीद मुतहरी विश्वविद्यालय में परिवर्तित हो चुका है

سعید - مسجد و مدرسه عالی شهید مطهری . البته اکنون این مدرسه ، به دانشگاه شهید مطهری تبدیل شده است    

 

 

मोहम्मद- मस्जिद की कितनी सुन्दर मीनारें और गुंबदें हैं। किन्तु उसकी सजावट का कुछ भाग क्षतिग्रस्त हो चुका है

 محمد - مسجد چه مناره ها و گنبدهای زیبایی دارد ، اما بخشی از تزئینات آن خراب شده است  

 

 

सईद- हां, इस मस्जिद ने ईरान की कुछ समकालीन घटनाएं देखी हैं

  سعید - بله . این مسجد شاهد برخی حوادث تاریخ معاصر ایران بوده است  

 मोहम्मद- क्या अभी भी इस मस्जिद का उपयोग किया जाता है?

محمد – آیا اکنون از این مسجد استفاده هم می شود

 

 

सईद- हां, अभी भी इस मस्जिद में जमात से नमाज़ होती है और दूसरे धार्मिक समारोहों का भी आयोजन होता है। यहां मदरसा, पुस्तकालय और धार्मिक शिक्षा केंद्र भी है

سعید – بله . هم اکنون نمازهای جماعت و سایر مراسم مهم مذهبی در این مکان برگزار می شود . البته دراینجا ، مدرسه ، کتابخانه و حوزه علمیه نیز وجود دارد  

 

 

मोहम्मद- बहारिस्तान चौक के इस भाग में कितनी सुन्दर इमारते स्थित हैं। लगता है बहुत पुरानी भी हैं।

محمد - چه ساختمان های زیبایی در این قسمت میدان بهارستان وجود دارد . ظاهرا ً خیلی قدیمی هستند

 

एक बार फिर मोहम्मद और सईद की बातचीत पर ध्यान दीजिए। (अनुवाद के बग़ैर)

محمد - چه ساختمان های زیبایی در این قسمت میدان بهارستان وجود دارد . ظاهرا خیلی قدیمی هستند .

سعید - بله . این ساختمان مجلس قدیم ایران است . در گذشته ، جلسات مجلس در اینجا برگزار می شده است .

محمد - این ساختمان یک اثر تاریخی و هنری است . باغ پیرامون آن زیبا است .

سعید - این بنا و باغ در دوران حکومت قاجاریه احداث شده است .

محمد - مسجد جنوب میدان نیز مربوط به ساختمان مجلس است ؟

سعید - نه . اما این مسجد نیز قدمت زیادی دارد .

محمد - اسم این مسجد و مدرسه چیست ؟

سعید - مسجد و مدرسه عالی شهید مطهری . البته اکنون این مدرسه ، به دانشگاه شهید مطهری تبدیل شده است .

محمد - مسجد چه مناره ها و گنبدهای زیبایی دارد ، اما بخشی از تزئینات آن خراب شده است .

سعید - بله . این مسجد شاهد برخی حوادث تاریخ معاصر ایران بوده است .

محمد - آیا اکنون از این مسجد استفاده هم می شود ؟

سعید - بله . هم اکنون نمازهای جماعت و سایر مراسم مهم مذهبی در این مکان برگزار می شود . البته دراینجا ، مدرسه ، کتابخانه و حوزه علمیه نیز وجود دارد .

 

शहीद मुतहरी मस्जिद और विश्वविद्यालय में विद्यार्थी इस्लामी विज्ञान के विभिन्न विषयों की शिक्षा ग्रहण करते हैं। इस मस्जिद में मोहर्रम और रमज़ान के महीनों में धार्मिक समारोहों का आयोजन किया जाता है। यह सुन्दर मस्जिद को उत्कृष्ट कलात्मक नमूनों में गिना जाना है, अतीत में, यह मस्जिदे सिपेहसालार के नाम से प्रसिद्ध थी, मस्जिद की ऊंची ऊंची मिनारों के अतिरिक्त इसमें चार हॉल हैं और धार्मिक विद्यार्थियों के रहने के लिए दो कक्षों में 60 कमरे हैं। मस्जिद की सुन्दर घड़ी में तीन घंटियां हैं जिसमें दो ओर से समय देखा जा सकता है। उसका एक मुख मदरसे के आंगन की ओर और दूसरा राष्ट्रीय संसद मजलिस की ओर है। वर्तमान समय में इस मस्जिम में तीन प्रवेश द्वार हैं। इन दो महान इमारतों के कारण बहारिस्तान चौक प्राचीन समय से ही तेहरान नगर के प्रमुख चौकों में से रहा है और वर्तमान समय में भी संसद सहित कुछ दूसरी सरकारी इमारतों के कारण तेहरान के भीड़ भाड़ वाले चौकों में से एक है। रात के समय कि जब ट्रैफ़िक कम हो जाता है और शोर शराबा ख़ामोशी में परिवर्तित हो जाता है तो इस चौक के चारो ओर की इमारतें रंगारंग प्रकाश में डूबी हुई अति सुन्दर एवं देखने योग्य होती हैं। आशा है कि आप एक दिन तेहरान की यात्रा करें और यहां के ऐतिहासिक धरोहरों के दर्शन का मज़ा लें।


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