Jan २९, २०१८ १७:३६ Asia/Kolkata

नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के नेता और वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की का सबसे बड़ा दोष विशुद्ध इस्लाम का वास्तविक आदर्श पेश करना है और उनका यह काम समाज के विभिन्न वर्गों के आकर्षण का कारण बना है।

यह आकर्षण वही बिन्दु है जो दिन- प्रतिदिन लोगों को चुंबक की भांति अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इस प्रकार नाइजेरिया में पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व सल्लम के पवित्र परिजनों से प्रेम करने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है।

 

दिसंबर वर्ष 2015 में नाइजेरिया के सैनिकों ने ज़ारिया शहर के एक इमाम बाड़े पर हमला करके वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की और उनकी धर्मपत्नी को गम्भीर रूप से घायल करके गिरफ्तार कर लिया था। उस हमले में नाइजेरिया के सैनिकों ने इस्लामी आंदोलन के 350 से अधिक सदस्यों की हत्या की थी। इसी प्रकार उस हमले में वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की का एक बेटा शहीद हुआ था जबकि उनकी दूसरी संतानें और दर्जनों अन्य लोग घायल हुए थे। नाइजेरियाई सैनिकों ने जिन निहत्थे लोगों की हत्या की वे ज़ारिया शहर के इमाम बाड़े में अज़ादारी करना चाह रहे थे। रोचक बात है कि नाइजेरिया की अदालत महीनों पहले वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की और उनकी धर्मपत्नी को रिहा करने का आदेश दे चुकी है परंतु इस देश की सरकार ने न केवल उन्हें आज तक स्वतंत्र नहीं किया बल्कि वे जेल की बहुत सी यातनाओं को सहन कर रहे हैं। वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की की धर्मपत्नी भी जेल में बहुत विषम परिस्थिति का सामना कर रही हैं क्योंकि दिसंबर 2015 के हमले में जो गोली उन्हें लगी थी वह अब भी उनके शरीर में मौजूद है और उसे निकाला नहीं गया है।

पिछले दो वर्षों के दौरान नाइजेरिया के लोगों ने अपने प्रिय नेता शैख़ इब्राहीम ज़कज़की की गिरफ्तारी के खिलाफ विभिन्न नगरों में प्रदर्शन किये और उनकी रिहाई की मांग की किन्तु इन प्रदर्शनों ने हालिया दिनों में नया रूप धारण कर लिया जब वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की की हत्या कर दिये जाने के बारे में ख़बरें प्रकाशित हुईं तो उनकी आज़ादी के लिए अधिक प्रदर्शन होने लगे। जब नाइजेरिया के लोगों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों व संस्थाओं की ओर से अधिक दबाव पड़ा तो नाइजेरिया की सरकार ने इस देश की खुफिया पुलिस की सहकारिता से वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की और उनकी धर्मपत्नी की तस्वीर प्रकाशित की ताकि उनकी रिहाई के लिए पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सके। जो वीडियो दिखाई गई वह संचार माध्यमों में दिखाये जाने वाले एक नाटक की भांति थी। उस वीडियो में हम देखते हैं कि वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की उपचार करा रहे हैं और ठीक हो रहे हैं। उस वीडियो को देखकर यह लगता है कि मानो धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को कोई आपत्ति नहीं है और जिस परिस्थिति में हैं वह उससे प्रसन्न हैं परंतु वास्तविकता कुछ और है।

नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के नेता और वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की ने जो अपने बेटे मोहम्मद से टेलीफोनी वार्ता की थी उसमें उन्होंने ध्यान योग्य बातें बयान की हैं। वह अपनी परिस्थिति को इस प्रकार बयान करते हुए कहते हैं" जब मैं कुछ जांच के लिए प्रयोगशाला जाना चाहता था तो सुरक्षा बल मुझे यहां लाये यानी जहां मेरा साक्षात्कार किया मुझे आश्चर्य हुआ कि किस वजह से मुझे यहां लाये हैं और मुझसे कहा कि कुछ लोग हैं जो आपसे मिलना चाहते हैं। हम नहीं जानते थे कि वे मीडिया के लोग हैं हम जैसे ही बाहर आये देखा की कि मिडिया वाले सब रिकार्ड कर रहे हैं।“

आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की अपने बेटे से कहते हैं” उन्होंने यानी मिडिया वालों ने मुझसे पूछा कि आपकी ज़िन्दगी और स्वास्थ्य के बारे में बहुत सी अफवाहें फैली हुई हैं तो मैंने उनसे कहा कि पिछले शुक्रवार को यानी पांच जनवरी को मुझे दिल का दौरा पड़ा था और आठ जनवरी को यह मामला बहुत गम्भीर था। इस बार चिकित्सकों को मुझसे मिलने की अनुमति दी गयी है मैं बेहतर हो रहा हूं। इसी तरह शैख़ ज़कज़की ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि इस समस्या से पहले चिकित्सकों को मुझे देखने की अनुमति नहीं थी और केवल सुरक्षा चिकित्सक ही मुझे देख सकते थे और यह पहली बार है जब मैं अपने चिकित्सकों को देख सकता हूं।“

नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के नेता अपनी बीमारी के बारे में कहते हैं कि दिल का दौरा पड़ने के बाद जो हालत होती है उसके चिन्ह अब भी मुझमें स्पष्ट हैं” किन्तु एसा लगता है कि सुरक्षा अधिकारियों ने इस वीडियो के कुछ भाग को हटा दिया और तस्वीर की एडिटिंग अपनी इच्छानुसार की ताकि इस लोकप्रिय नेता के स्वास्थ्य के बारे में झूठी रिपोर्टे पेश कर सकें। आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की के स्वास्थ्य की हालत को उनके इसी वाक्य से समझा जा सकती है कि जब वह अपने बेटे से फोन पर बात करते और कहते हैं” इस समय मैं जो आपसे बात कर रहा हूं लेटने पर मजबूर हूं ताकि सही से बात कर सकूं और बैठकर नमाज़ पढ़ने के लिए बाध्य हूं। नमाज़ के वक्त रुकूअ और सज्दा नहीं कर सकता किन्तु ईश्वर का शुक्र है कि उसके बंदों की दुआएं बहुत प्रभावी रही हैं और उसके प्रभावों के हम साक्षी रहे हैं।“

 

नाइजेरिया में वर्ष 1985 से पहले तक शीया मुसलमानों की संख्या एक हज़ार से अधिक नहीं थी किन्तु आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की ने अपने सुशील और नम्र व्यवहार से लोगों के दिलों को ईश्वरीय प्रकाश की ओर आकर्षित किया और इस समय नाइजेरिया में शीया मुसलमानों की संख्या लगभग एक करोड़ है। अलबत्ता आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की से प्रेम करने वाले केवल नाइजेरिया में ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों नाइजेर और कैमरून में भी हैं। नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के नेताओं के कथनानुसार यह विषय बहुतों विशेषकर जायोनी शासन और विश्व के शक्तिशाली देशों की शत्रुता का कारण बना है और उन्होंने इस चीज़ को दबाने में किसी संकोच से काम नहीं लिया है। नाइजेरिया की सरकार और सेना द्वारा आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की की गिरफ्तारी का भी यही कारण था।

नाइजेरिया का इस्लामी आंदोलन हर प्रकार के शोर- शराबे से दूर रहकर विशुद्ध इस्लाम से परिचित कराने के प्रयास में है और वह कानून के प्रति कटिबद्ध एक आंदोलन है और नियमित ढंग से उसने वर्ष 1980 से अपना कार्य आरंभ किया है। नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के नेता आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की एक वास्तविक व सच्चे मुसलमान के नमूने हैं और वह विशुद्ध इस्लाम की शिक्षाओं के प्रति कटिबद्ध हैं। आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की की प्रशंसा में लोग इस प्रकार कहते हैं” उनकी नमाज़, उनके भाषण और उनके जीवन की विभिन्न शैलियां उनके जीवन की सूचक हैं। जैसाकि ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई कहते हैं कि शैख़ ज़कज़की वास्तविक सुधारक मोमिन हैं और दूसरे धर्मों को एक दूसरे के निकट लाने में भी उनकी विशेष भूमिका है।“

आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की के निकटवर्ती लोगों का मानना है कि लोगों के मध्य शैख ज़कज़की को जो लोकप्रियता प्राप्त है वह एक सामान्य प्रेम से बढ़कर है। इस प्रेम का सोता लोगों के दिलों से फूटता है जो लोगों और उनके नेता के मध्य मज़बूत व अटूट संबंध स्थापित करता है। इसी प्रकार आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की के निकटवर्ती लोगों का मानना है कि आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की ने उन्हें सच्चा और जीवन का सही रास्ता सिखाया है। आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की नाइजेरिया के ईसाईयों और सुन्नी मुसलमानों के मध्य भी बहुत लोकप्रिय हैं और यह वही चीज़ है जिससे नाइजेरिया की सरकार और सेना डरती है।

नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के एक सदस्य शैख आदम सोहू कहते हैं नाइजेरियाई सरकार का प्रमुख सऊदी अरब और इसी प्रकार अमेरिकी हितों की दिशा में काम करता है क्योंकि सऊदी अरब और अमेरिका की नाइजेरिया के सुरक्षा तंत्र में भूमिका है। सऊदी अरब नाइजेरिया की सरकार पर दबाव दबाव डालता है ताकि वह आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की को जेल से रिहा न करे। इसी प्रकार सऊदी अरब नाइजेरियाई सैनिकों का वित्तीय समर्थन करता है।“   

इस समय नाइजेरिया का इस्लामी आंदोलन खामोश नहीं बैठा है और वह जेल में बंद अपने नेता की रिहाई के लिए प्रयास कर रहा है। अपने नेता का वीडियो प्रसारित होने के बाद इस आंदोलन ने विज्ञप्ति जारी करके बल देकर कहा है कि वह नाइजेरिया की अदालत के आदेश के अनुसार अपने नेता आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की की रिहाई की मांग करता है। ज्ञात रहे कि नाइजेरिया की अदालत दिसंबर 2016 में आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की की रिहाई का आदेश दे चुकी है। इस्लामी आंदोलन की ओर से जारी विज्ञप्ति में बल देकर कहा गया है कि आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की के बारे में झूठी ख़बरें प्रकाशित करके इस देश की सेना और सरकार को जनता को गुमराह करने का प्रयास नहीं करना चाहिये। इस आंदोलन ने इसी प्रकार घोषणा की है कि जो खेल इस देश के सुरक्षा बल खेल रहे हैं उससे वह आश्चर्यचकित नहीं हुआ है और उससे वह धोखा नहीं खायेगा। नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन के एक सदस्य अब्दुल मोमिनी गिवा कहते हैं” हम शैख़ ज़कज़की की रिहाई के लिए अपना शांतिपूर्ण अभियान जारी रखेंगे और हम किसी भी स्थिति में हिंसा का सहारा नहीं लेंगे और पुलिस हमें हिंसात्मक कार्यवाही के लिए नहीं उकसा सकती।“

आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की ने भी जो अंतिम फोन अपने बेटे को किया था उसमें कहा है कि वह किसी भी तरह से सुरक्षा तंत्र का आभार व्यक्त नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने कानून के बिना उन्हें गिरफ्तार कर रखा है और किसी भी स्थिति में वे प्रशंसा के पात्र नहीं हैं। इस संबंध में आयतुल्लाह शैख़ ज़कज़की कहते हैं” मैं ईश्वर का आभार व्यक्त करता हूं और उन लोगों की सराहना व प्रशंसा करता हूं जो मेरे लिए दुआ करते हैं। उन लोगों ने यानी सुरक्षा बलों ने जो कुछ अंजाम दिये हैं उसे दो साल रहे हैं और जब से अदालत ने मेरी रिहाई का आदेश दिया है उसे भी एक साल का समय हो रहा है परंतु इन लोगों ने मुझे बंद कर रखा है जिसका उन्हें कोई अधिकार नहीं है और वे लोगों पर फायरिंग करते और उनकी हत्या कर रहे हैं। अगर इन सबों ने इस प्रेस कांफ्रेन्स का प्रबंध किया है तो इसलिए किया है कि ताकि वे विश्व वासियों को यह दिखा सकें कि मैं ज़िन्दा हूं, ठीक हूं किन्तु यह ठीक नहीं है कि वे यह दिखायें कि मैं उनकी सराहना व प्रशंसा कर रहा हूं। मैं ईश्वर का आभार व्यक्त करता हूं कि उसने इन लोगों को इस संबंध में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी और मैं उन समस्त भाइयों और बहनों की प्रशंसा व सराहना करता हूं जिन्होंने मेरे लिए दुआ की और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें मज़बूती से अपने मार्ग पर बाकी रखे।“

 

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