ट्रम्प, सिक्के के दो रूख़- 2
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने जब से सत्ता संभाली है, कोई ऐसा हफ़्ता नहीं बीता है कि उन्होंने अपने ट्वीट, फ़ैसले या किसी बयान से हंगामा नहीं मचाया हो।
राजनीतिक परम्परा से हटकर ट्रम्प अपने व्यक्तित्व और अप्रत्याशित व्यवहार तथा ज़बान के कारण हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। ट्रम्प नस्लभेदी विचारधारा रखते हैं। ट्रम्प की नस्लभेदी बयानबाज़ी और ट्वीटस पर अमरीका और विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं। बाल्टिमोर के नागरिकों विशेषकर वहां के सांसद एलिजाह कमिंग्स के बारे में ट्रम्प के नए नस्लभेदी ट्वीट की कड़ी आलोचना हो रही है। ट्रम्प ने अपने ट्वीट में कांग्रेस में डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एलिजाह कमिंग्स को एक क्रूर बदमाश बताया है कि जो सीमा पर पैट्रोल करने वाले सैनिकों पर अकारण चिल्लाते हैं। इसके अलावा अमरीकी राष्ट्रपति ने बाल्टिमोर को गंदे नालों के चूहों से भरा हुआ अस्तव्यस्त शहर क़रार दिया।

एलिजाह कमिंग्स ने सीमा पर होने वाली अंधाधुंध पकड़ धकड़ की अवहेलना करने के लिए ट्रम्प प्रशासन की आलोचना की थी। उन्होंने गिरफ़्तार किए गए अप्रवासियों की दुर्दशा पर देश की सुरक्षा के मंत्री को भी खरी खोटी सुनाई। ट्रम्प ने बाल्टिमोर की ख़राब स्थिति पर आधारित कई वीडियो ट्वीट और रीट्वीट करके कमिंग्स पर अक्षमता का आरोप लगाया। अमरीकी राष्ट्रपति का कहना था, ऐसे क्षेत्र के लिए जहां एलिजाह कमिंग्स जैसे लोग हों इतना पैसा भेजने की क्या ज़रूरत है? वह भी ऐसी स्थिति में कि जब यह क्षेत्र पूरे अमरीका का सबसे ख़तरनाक और बुरा क्षेत्र है। कोई भी इंसान वहां रहना नहीं चाहता है। इतना सारा पैसा कहां गया? इस बजट में से कितना चुरा लिया गया। इतना अधिक भ्रष्टाचार, इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए।
ट्रम्प के इस बयान की डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने घोर निंदा की है। अमरीकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नेन्सी प्लोसी ने ट्रम्प पर एक सांसद के ख़िलाफ़ नस्लभेदी हमले का आरोप लगाया है। प्लोसी ने ट्रम्प के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कमिंग्स का समर्थन किया और उन्हें एक ऐसा नेता बताया, जिस पर बाल्टिमोर के लोगों को गर्व है। उन्होंने कहा, हम सब अमरीका के इस सांसद पर राष्ट्रपति के नस्लभेदी हमले को ख़ारिज करते हैं।
कांग्रेस में बाल्टिमोर के प्रतिनिधि के ख़िलाफ़ ट्रम्प की नस्लभेदी बयानबाज़ी और इस शहर के लोगों के अपमान पर बाल्टिमोर में व्यापक प्रतिक्रिया जताई गई है। कमिंग्स के चुनावी क्षेत्र में 55 प्रतिशत अफ़्रीक़ी मूल के अमरीकी और 35 प्रतिशत श्वेत अमरीकी रहते हैं। इससे पहले एक रिपोर्ट में इस क्षेत्र को मेरीलैंड में सबसे अधिक अमीरों और पढ़े लिखे लोगों के कारण दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था। इस शहर के ख़िलाफ़ अमरीकी राष्ट्रपति की टिप्पणी पर इस शहर के सबसे पुराने अख़बार की प्रतिक्रिया के बाद, सोशल मीडिया पर भी आलोचना का सिलसिला शुरू हो गया और हैशटैग ट्रम्प चूहा है ट्रैंड करने लगा। बाल्टिमोरसन अख़बार ने लिखा, अब तक व्हाइट हाउस में जाने वालों में ट्रम्प सबसे तुच्छ व्यक्ति हैं। बेहतर होता ट्रम्प अपने साथ वहशी जानवर पालते ताकि ख़ुद भी उन्हीं की तरह हो जाते। ट्वीटर पर भी ट्रम्प की व्यापक आलोचना हुई। एक व्यक्ति ने लिखा, बेहतर होता ट्रम्प अपने साथ कुछ चूहे पालते, ताकि ख़ुद भी उन्हीं में परिवर्तित हो जाते। एक अन्य यूज़र ने लिखा, ट्रम्प चूहा नहीं हैं, बल्कि वह एक बहुत ही बुरे और शैतान सिफ़त इंसान हैं, जो लालच और अंहकार में डूबा हुआ है, हम उसकी कल्पना तक नहीं कर सकते। लेकिन वे एक इंसान हैं, हालांकि वे अपनी तरह के पहले इंसान भी नहीं हैं।

बाल्टिमोर के अश्वेत मेयर जैक यॉंग ने ट्रम्प की आलोचना करते हुए कहा, ट्रम्प बाल्टिमोर, अमरीका और विश्व के लिए एक कलंक हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, हमारे देश में राजनीति के शिखर पर बैठे व्यक्ति की ओर से ऐसी बात अस्वीकार्य है कि वह बाल्टिमोर जैसे अच्छे शहर का अपमान करे और अमरीका के एक देश प्रेमी और नायक सांसद पर हिंसात्मक हमला करे। बाल्टिमोर के मेयर ने आगे लिखा, मैं ऐसे राष्ट्रपति का समर्थन नहीं करता हूं, जो हमारे शहर और प्रतिनिधि पर हमला करे। ट्रम्प साहब आप बाल्टिमोर, अमरीका और विश्व के लिए कलंक हैं।
ट्रम्प की नस्लभेदी टिप्पणी की आलोचना केवल बाल्टिमोर तक सीमित नहीं रही। वर्जीनिया राज्य की सांसद इब्राहीम समीरा ने वर्जीनिया में संसद की स्थापना की 400वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में तथा ट्रम्प की उपस्थिति में अपना भाषण रोक कर एक प्लेकार्ड उठाकर दिखाया, इस पर लिखा हुआ था, नफ़रत को बाहर निकाल फेंको, मेरे परिवार को मुझसे मिलने दो और तुम अपने भ्रष्ट घर की ओर लौट जाओ। वर्जीनिया संसद के अश्वेत और डोमोक्रेट सांसदों ने इस समारोह का बहिष्कार किया था। इस समारोह के वीडियो में देखा जा सकता है कि समीरा को समारोह स्थल से बाहर निकाल दिया गया और वहां मौजूद लोग तालियां बजाते हैं और ट्रम्प का नारा लगाते हैं।
कुछ देर बाद समीरा ने अपने ट्वीटर पेज पर अपने इस क़दम का बचाव करते हुए लिखा, शिष्टाचारी होने का मतलब यह नहीं है कि कोई नस्लभेद और पक्षपात करने लगे। मेरा परिवार एक फ़िलिस्तीनी शरणार्थी के रूप में अमरीका आया था, मैं शिकागो में पैदा हुई हूं, इसके बावजूद मेरे पिता 2002 में वापस लौटने पर मजबूर हो गए।
इलहान उमर समेत अमरीका की चार ग़ैर श्वेत महिला सांसदों के ख़िलाफ़ ट्रम्प की नस्लभेदी एवं अपमानजनक टिप्पणी पर सोमालिया के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाह फ़रमाजो ने प्रतिक्रिया जताते हुए अपनी अमरीका की नागरिकता को भंग कर दिया। फ़रमाजो काफ़ी समय तक अमरीका में रहे हैं, सोमालिया के संविधान के मुताबिक़, इस देश के नागरिक दोहरी नागरिकता रख सकते हैं। ट्रम्प ने इन चार महिला सांसदों पर अपने ट्वीट्स में टिप्पणी करते हुए लिखा था, कितना दिलचस्प है कि कांग्रेस में डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद, रशीदा तालिब, इलहान उमर, इलैक्ज़ैन्डरिया कोर्टेज़ और अयाना प्रेसली ऐसे देशों से आती हैं कि जहां की सरकारें भयानक त्रासदी हैं, इससे भी बुरा यह कि उनमें से अधिकांश विश्व की सबसे अधिक भ्रष्ट और अयोग्य सरकारें हैं, वह भी इस शर्त के साथ कि अगर वह सरकार सक्रिय हो, हालांकि वे धरती पर सबसे महान और शक्तिशाली राष्ट्र अमरीका पर हमला बोलते हुए चिल्ला चिल्लाकर पूछते हैं, हमारी सरकार कैसे चले।
2020 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अमरीका में पार्टियों के भीतर प्रतिस्पर्धा की शुरूआत से ही डेमोक्रेटिक प्रताशियों ने डोनल्ड ट्रम्प की नस्लभेदी टिप्पणियों को अहम मुद्दा बना रखा है। डोमोक्रेटिक पार्टी के सीनियर प्रत्याशी बर्नी सेंडर्ज़ ने अपनी दूसरी ही डिबेट में कहा, सीमाओं पर हमारी सुरक्षा चाक-चौबंद है। ट्रम्प एक नस्लभेदी हैं, जिन्हें ज़ेनोफ़ोबिया है। यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि क्यों लोग 2 हज़ार मील पैदल चलकर अमरीका आते हैं। इसकी जड़ें होंडुरस जैसे देशों में मौजूद समस्याओं में हैं। सेंडर्ज़ ने आगे कहा, हमें ट्रम्प के नस्लवाद, लिंगवाद और ज़ेनोफ़ोबिया को रोकना चाहिए और हमें एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाकर ट्रम्प को पराजित करना चाहिए और अपनी अर्थव्यवस्था और सरकार में क्रांति लानी चाहिए।

वाशिंगटन पोस्ट ने इस संदर्भ में लिखा, ट्रम्प के नस्लभेदी हमलों में वृद्धि का बस एक ही मतलब है, उन्हें अपने दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने में संदेह है। अश्वेतों के ख़िलाफ़ ट्रम्प के हिंसात्मक एवं घृणात्मक हमले, चार अश्वेत महिला सासंदों से अपने देशों को लौट जाने की मांग, बाल्टिमोर के प्रतिनिधि और इस शहर के ख़िलाफ़ नस्लभेदी ट्वीट्स का सिलसिला और अन्य गणमान्य हस्तियों के ख़िलाफ़ उनकी बयानबाज़ी से हमें उनके व्यक्तित्व में किसी तरह की कोई जटिलता दिखाई नहीं देती। उनकी नस्लवादी टिप्पणियों और बयानों की केवल एक ही तार्किक व्याख्या है, और वह है उनकी असहायता। अमरीकी राष्ट्रपति को ऐसा लग रहा है कि वे चुनाव में हार सकते हैं और यह हार अपमानजनक हो सकती है। उन्हें इसका भी डर है कि किसी दूसरे के राष्ट्रपति चुने जाने की स्थिति में संभव है वह उनके कारमानों और उनके भ्रष्ट व्यापार का हिसाब किताब ले।
ट्रम्प के नस्लवादी बयानों में वृद्धि के कारणों का उल्लेख करते हुए वाशिंगटन पोस्ट ने आगे लिखा, वे सोचते हैं कि 2020 में अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए शहरों से दूर जीवन व्यतीत करने वाले श्वेतों की नज़र में श्वेतों की रक्षा करने वाले के रूप में उभरें, ताकि इस तरह से अपने वोट बैंक को यह समझा सकें कि मौजूदा समस्याओं का मूल कारण वे अश्वेत हैं जो तटीय क्षेत्रों और शहरों में रहते हैं। इस तरह से ट्रम्प अतीत की भांति अमरीका में राष्ट्रवाद की भावनाओं और ज़ेनोफ़ोबिया को हवा देना चाहते हैं। यह बहुत ही ख़तरनाक और अफ़सोसनाक है कि इस तरह के मुद्दे देश के राष्ट्रपति द्वारा उटाए जाएं। लेकिन ट्रम्प के लिए आम हितों का कोई महत्व नहीं है, निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि अमरीकी राष्ट्रपति केवल अपने निजी हितों की परवाह करते हैं, इसलिए कि उन्हें पता है कि उनकी स्थिति कितनी कमज़ोर है।