Jun २९, २०२० १९:२३ Asia/Kolkata

ईरान में प्राचीन अवशेषों से दिलचस्पी रखने वाला एक व्यक्ति भी ऐसा नही मिलेगा जिसने जीरुफ़्त की यात्रा न की हो।

इस क्षेत्र में मौजूद दीले हर पुरातन विद को चुंबक की तरह खींच लेते हैं। जीरुफ़्त ईरान का एक ऐतिहासिक और ख़ूबसूरत शहर है। यह किरमान नगर से 230 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में स्थित है। जिस तरह से इस नगर में प्राचीन अवशेष मिलते हैं उनसे पूरी तरह से यह स्पष्ट हो जाता है कि यह नगर अतीत में कितनी समृद्ध सभ्यता का स्वामी रहा होगा। वैसे आप को यह बता दें कि जीरुफ़्त की कई हज़ार साल पुरानी यह सभ्यता, दुनिया की अत्यन्त रहस्यमयी और अनजानी सभ्यताओं में गिनी जाती है।

लगभग बीस साल पहले हेलील रूद नदी के तट पर उत्खनन के दौरान संयोग से र अचानक ही बहुत से प्राचीन अवशेष मिले जिन्होंने पुरातनविदों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। इन पुरातन विदों ने जब अध्ययन व शोध किया तो बेहद चौंका देने वाले नतीचे सामने आए जिसके बाद मानव इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। इन अवशेषों ने विश्व वासियों को एक ऐसे क्षेत्र से अवगत कराया जहां पूरब की सब से पुरानी सभ्यता की रचना हुई थी। उस सभ्यता से पर्दा हटा जो पांच हज़ार साल पुरानी थी। यह सभ्यता अरतः नामक क्षेत्र में परवान चढ़ी थी।

जीरुफ़्त अफ़नती पहाड़ी नदियों से भरा है। यहां हरे भरे पहाड़ हैं और ख़ूबसूरत वादियों हैं जहां से नदियों गुज़रती है किंतु दक्षिण पूर्वी ईरान की महत्वपूर्ण नदी '' हेलील रूद'' किरमान के मैदान को सींचते हुए उन्हें हरा भरा करती है। यह नदी जहां से गुज़रती है वहां रंग बिरंगे फूलों से वादियों को बेहद ख़ूबसूरत बना देती है।

हम बता चुके हैं कि जीरुफ़्त का सब से अधिक महत्वपूर्ण आकर्षण इस क्षेत्र के प्राचीन अवशेष हैं। वैसे प्रयटकों के लिए जीरुफ़्त का एक महत्वपूर्ण स्थल '' दक़ियानूस'' नगर है। इसी तरह ''कुनार संदल'' टीलों का नाम भी लिया जा सता है। यह सब ईरान में आयों के प्रवेश से पहले के अवशेष हैं जो पर्यटकों को बहुत लुभाते हैं।

 

''कुनार संदल'' के प्राचीन क्षेत्र को देखना भी एक बेहद रोमांचक अनुभव हो सकता है। यह क्षेत्र जीरुफ़्त से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हज़ारों साल पहले इस क्षेत्र में जो लोग रहते थे वे काफ़ी समृद्ध थे।

हेलील नदी रूद के किनारे प्राचीन संग्रहालय वास्तव में जीरुफ़्त का इतिहास बताया है। यह प्रयटकों को इस बात का अवसर देता है कि वे इस क्षेत्र के इतिकास और सभ्यता से अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करें। इस संग्रहालय मं लगभग 500 प्राचीन चीज़ें और बर्तन रखे हैं जिन पर विचित्र प्रकार के चित्र और रेखाएं उकेरी गयी हैं जो हर देखने वालों को सम्मोहित कर लेते हैं। इन बर्तनों और चीज़ों पर विचित्र प्रकार के जीव जंतुओं और पशुओं के चित्र भी उकेरे गये हैं।

 

जीरुफ़्त की यात्रा हम इस क्षेत्र की यादगार को याद करके ख़त्म करते हैं। लाल फूलों का कालीन इस क्षेत्र का ऐसा उपहार है जिसमें पर्यटक बहुत अधिक रुचि रखते हैं। यहां से ख़ास क़िस्म के क़ालीन निर्यात किये जाते हैं। इन क़ालीन की प्रचीनता तीन सौ साल है।