Apr २६, २०१६ ११:०३ Asia/Kolkata
  • राजकुमारी के प्रेम में व्यापारी का बेटा-3

पिछली कड़ियों में हमने आप लोगों को बताया था कि इब्राहीम नाम का एक लड़का था जो राजा की लड़की के प्रेम में पड़ गया था।

 उसके घर वाले जितना भी उसे समझाने का प्रयास करते थे, लेकिन उसकी समझ में कुछ नहीं आता था। उसके मामूंओं ने उसे 100 रूपय दिए ताकि वह कोई कारोबार शुरू कर सके, लेकिन उसने उस राशि से मदारी से ड्रैगन और उसके बाद, एक पिल्ला और एक बिल्ली ख़रीदी। इब्राहीम उन्हें साथ लेकर शहर से चला गया। रास्ते में तीन फ़क़ीर मिले और इब्राहीम ने उस ड्रैगन की सहायता से, जो कबूतर और उसके बाद छड़ी में परिवर्तित हो गया था हज़रत सुलेमान की अंगूठी, थैली और खूंटा ले लिया। इनमें से प्रत्येक की एक विशेषता थी। कबूतर के आदेशानुसार, पिल्ले और बिल्ली जो परि वंश से थे अपनी खाल से बाहर आए और इब्राहीम के दो सेवक बन गए। कबूतर ने भी एक सुन्दर लड़की का रूप धारण कर लिया और इब्राहीम को अपनी कहानी सुनाई। उसने जाने से पहले इब्राहीम को ज़रूरत के समय के लिए अपने दो पर दिए और कहा राजा की लड़की तक पहुंचने के लिए अंगूठी की सहायता से हेशाम देव की सहायता प्राप्त करे, उसके बाद वह तेज़ी से घूमी, कबूतर में परिवर्तित हुई और चली गई।

 

 

लड़की के जाने से इब्राहीम का दिल भर आया, उसने अंगूठी पहनी और उसे घुमाया और कहा, ईश्वरीय दूत हज़रत सुलेमान की क़सम, अचानक ज़मीन फटी और पांच देव निकलकर बाहर आए। सबसे विशाल देव ने ज़मीन पर पैर मारा और आकर इब्राहीम के सामने खड़ा हो गया। लड़के ने कहा, जा और फ़लाँ राजा की लड़की का महल उठाकर ला और इस बात का ख़याल रखना कि लड़की को कोई नुक़सान न पहुंचे। देव ने नतमस्तक किया, पांचों देव हवा में उड़े और चले गए, अभी इब्राहीम संभल कर बैठा भी नहीं था कि वे शहर पहुंच गए। तुरंत उन्होंने महल को उखाड़ा और चल पड़े। जब वे महल और लड़की के साथ पहुंचे तो इब्राहीम दंग रह गया। उन्होंने महल को ज़मीन पर रखा और इब्राहीम की सेवा में पहुंचे। लड़के ने देवों को वहां से जाने के लिए कहा और महल के भीतर चला गया। उसने देखा कि लड़की आराम कर रही है। एक ट्यूलिप चिराग़ लड़की के सिरहाने जल रहा था और एक पांयती में, इब्राहीम बहुत ही उत्साहित होकर लड़की को देख रहा था कि अचानक लड़की की आँख खुली और उसने कहा, तू कौन है? मेरे महल में क्या कर रहा है? इब्राहीम ने कहा, उठो और देखो कि तुम कहां हो? लड़की सहमी हुई और डरी हुई स्थिति में उठी और उसने खिड़की से देखा कि महल के चारो ओर जंगल है जहां न कोई पानी है और न आबादी। वह डरी और सोचा कि यह क्या हो गया? यह सपना है या जादू?

 

 

 

दूसरी ओर जब सुबह हुई और महल के आसपास की दुकानों के दुकानदार अपनी दुकान खोलने आए तो उन्होंने देखा कि महल के स्थान पर एक बड़ा सा गड्ढा है और महल का कोई अता पता नहीं है। उनकी बुद्धि हर गई और वे राजा को इसकी सूचना देने के लिए दौड़ पड़े। राजा ने जब यह सुना तो, वह बुत बना खड़ा रह गया कि इतने बड़े महल को कौन ले जा सकता है और अब वह कहां है? उसने तुरंत आदेश दिया कि शहर में एलान करा दिया जाए कि जो भी लड़की या महल के बारे में सूचना देगा उसे मूंह मांगा इनाम दिया जाएगा। रात दिन गली कूचों में एलान होने लगा। लोग हैरत में थे कि इतना बड़ा महल रात में कौन उठाकर ले जा सकता है? उन्हें उसके बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी, अंततः एक बूढ़ी जो लड़ाने और भड़काने में उस्ताद थी, राजा के पास गई और कहा एक ऐसा संदूक़ बनाए कि जो हवा में उड़ सके, वह उस संदूक़ द्वारा महल और लड़की को वापस लाएगी। राजा ने बढ़ई को आदेश दिया कि बूढ़ी महिला के आदेशानुसार, संदूक़ बनाया जाए। शहर के समस्त बढ़ई यह काम करें वरना उनकी गर्दन मार दी जाएगी। बढ़ई राजा का आदेश सुनकर अचंभे में पड़ गए कि क्या करें। कौन इस प्रकार का संदूक़ बना सकता है। वे सिर जोड़कर बैठे और अंततः उन्होंने एक संदूक़ बना लिया और राजा की सेवा में उपस्थित हुए। बूढ़ी संदूक़ में बैठी और हवा में उड़ गई।

 

 

वे इधर उधर घूमी और इस जंगल से उस जंगल गई। अंत में उसने एक जंगल के बीच में एक महल देखा कि उसके पास केवल एक पेड़ है और चारों ओर पत्थर और मिट्टी ही मिट्टी है। उसने सोचा कि यही लड़की का महल होगा। बूढ़ी महल से कुछ दूरी पर उतरी और हाथ में छड़ी लेकर महल की ओर चल पड़ी। जब पहुंची तो इब्राहीम शिकार के लिए निकला हुआ था और बिल्ली और पिल्ला महल के द्वार पर पहरा दे रहे थे, उन्होंने देखा कि एक बूढ़ी महिला आ रही है। तुरंत उन्होंने अपने ख़ंजर निकाले और चेतावनी देते हुए कहा, आगे नहीं बढ़ना वरना वह उसकी जान ले लेंगे। बूढ़ी ने बहुत प्रयास किया लेकिन वह टस से मस नहीं हुए। राजा की लड़की ने जब शोर शराबा सुना तो वह खिड़की की ओर आई कि देखे क्या हो रहा है, जब उसने बूढ़ी को देखा, तो वह समझ गई कि वह उसे लेने आई है। उसने बहुत विनम्रता से कहा कि यह जगह कहां और आप कहां और कहा कि ऊपर आ जाएं। कुत्ता और बिल्ली कुछ बोलने का साहस नहीं कर सके।

 

 

बूढ़ी महिला हट हट करते हुए ऊपर पहुंच गई। जैसे ही वे एकांत में हुईं उसने लड़की से कहा, जबसे उसके बाप ने सुना है कि उसकी लड़की का महल उठाकर ले गए उसकी एक आँख से आंसूओं की धारा और दूसरी आँख से ख़ून जारी है। उसने अपनी बातों से लड़की का दिल हाथ में ले लिया। उसने लड़की का सिर अपने सीने से लगाया और दोनों रोने लगीं। जब ख़ूब रो चुकीं और लड़की का मन थोड़ा हल्का गया तो उसने पूछा कि यह महल यहां कैसे आया? लड़की ने कहा कि उसे कुछ नहीं पता कि यह काम देव का था यह परी का। उसे केवल इतना पता है कि इब्राहीम नाम का एक लड़का जो उसे पसंद करता है वह उसे यहां लाया है। बूढ़ी ने लड़की को सिखाया कि किसी तरह इब्राहीम से महल को यहां लाने का रहस्य मालूम करे। उसके बाद वह अपना संदूक़ देखने के लिए गई। सूर्यास्त के बाद, इब्राहीम पलटा और जिस हिरन का उसने शिकार किया था उसे भूनने के बाद रात का खाना खाया।

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