Apr २६, २०१६ ११:२३ Asia/Kolkata
  • जवान तीग़

कहा जाता है कि प्राचीन काल में एक राजा था, जिसके कोई संतान नहीं थी, इस कारण वह बहुत दुखी रहता था।

 एक दिन वह अपनी पत्नी के साथ बैठा हुआ था कि एक फ़क़ीर आया और उसने पैग़म्बरे इस्लाम (स) और उनके अहले बैत की प्रशंसा करना शूरू कर दी। राजा ने रानी से कहा, हमारे तो कोई संतान नहीं है, जो उसके लिए कुछ बचाकर रखें, जाओ और एक प्लेट भर कर सोना ले आओ और फ़क़ीर को दान कर दो।

 

 

फ़क़ीर ने सोने की ओर कोई ध्यान दिए बिना कहा, अपने दुख और दर्द का कारण मुझे बताओ, संभव है कोई हल बताऊं। राजा ने कहा, मेरी आयु समाप्त हो रही है, लेकिन अभी तक मेरे कोई संतान नहीं है। फ़क़ीर ने अपनी जेब में हाथ डाला और राजा को एक सेब देते हुए उससे कहा, आधा ख़ुद खा लो और आधा अपनी पत्नी को दे दो। 9 महीने बाद, ईश्वर तुम्हें एक लड़का देगा और उसका नाम जवान तीग़ रखना, इसलिए कि उसकी जान एक तीग़ अर्थात तलवार से जुड़ी हुई है। उसके बाद तुम्हारे एक के बाद एक तीन लड़कियां पैदा होंगी उसके बाद तुम्हारे और कोई संतान नहीं होगी। चार वर्ष बीत गए और इस दौरान राजा के एक लड़का और तीन लड़कियां हुईं। फ़क़ीर की सिफ़ारिश के अनुसार राजा ने लड़के का नाम जवान तीग़ ही रखा।

 

 

इसी तरह वर्षों बीत गए और राजा काफ़ी बूढ़ा हो गया, यहां तक कि एक दिन उसे एहसास हुआ कि उसकी मौत निकट है। उसने अपने बेटे को पास बुलाकर कहा, बेटा अब मेरी मृत्यु का समय निकट है। मेरी मौत के तुरंत बाद, एक व्यक्ति अपना रिश्ता लेकर आएगा, अपनी बड़ी बहन का उससे विवाह कर देना और उससे कोई सवाल नहीं करना।

 

जब मेरा अंतिम संस्कार कर रहे होगे तो एक अन्य व्यक्ति आएगा, मंझली बहन को उससे ब्याह देना और यह ध्यान रहे कि किसी से कोई सवाल न करना। बेटे ने स्वीकार कर लिया और जिस प्रकार बाप ने कहा था अपनी बहनों का विवाह कर दिया, लेकिन उसका दिल बहुत परेशान था, इसीलिए घर में रुकना उसके लिए बहुत कठिन हो रहा था, इसी कारण वह सुबह से शाम तक बाज़ार में टहलता था। एक दिन एक व्यक्ति बाज़ार में बेचने के लिए एक बिल्ली लाया। जवान तीग़ ने बिल्ली को उससे ख़रीद लिया और घर ले आया। दूसरे दिन उसने एक शिकारी कुत्ता और तीसरे दिन एक कबूतर ख़रीदा। एक दिन जवान तीग़ की मां ने सब कमरों की चाबियां अपने लड़के को देकर कहा, चूंकि यह महल तुम्हारा है, इसलिए उसके कमरों की चाबियां भी तुम्हारे पास रहनी चाहिएं। जवान तीग़ को पता चला कि एक कमरे की चाबी मां ने उसे नहीं दी है। इसलिए उस कमरे की चाबी के बारे में मां से पूछा। मां ने कहा उस कमरे को छोड़ो, उसमें कोई महत्वपूर्ण चीज़ नहीं है।

 

 

लेकिन जवान तीग़ ने आग्रह करके उसकी चाबी लेली और कमरे का द्वार खोल दिया। जैसे ही उसने कमरा खोला उसकी नज़र दीवार पर लगी तस्वीर पर टिक गई। जैसे ही उसने उसे देखा बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ा। जब उसे होश आया तो उसने अपनी मां से पूछा यह किसकी तस्वीर है और यह कहां है। मां ने कहा, यह चलगीस की तस्वीर है और इसके बारे में कोई नहीं जानता कि वह कहां है। जवान तीग़ ने कहा, मुझे उसे खोजना ही होगा। मां ने कहा, यह विचार अपने दिमाग़ से निकाल दो, इसलिए कि इससे पहले तुम्हारे पिता और दादा भी इस व्यक्ति की खोज में जा चुके हैं, लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा। जवान तीग़ ने यात्रा की तैयारी की और उसके साथ उसके दो दोस्त दरियाबुर और सितारे शनास और कबूतर, शिकारी कुत्ता और बिल्ली भी साथ चल दिए।

 

 

जवान तीग़ अपन साथियों के साथ चलता गया चलता गया, यहां तक कि एक शहर वे एक शहर पहुंचे। उन्होंने देखा कि इस शहर के समस्त लोग काले वस्त्र धारण किए हुए हैं और सोग मना रहे हैं। जवान तीग़ ने एक व्यक्ति से पूछा इन लोगों को क्या हुआ है कि जो सभी सोग मना रहे हैं। उसने कहा, सात सिर वाला एक देव हर रात हमारे शहर में आता है और सात लोगों के सिर ले जाता है और खा लेता है। इसी कारण हम सब दुखी हैं। जवान तीग़ ने कहा, जाओ और जाकर अपने राजा से कहो कि अगर मैं उसे मार डालूंगा तो मुझे क्या इनाम दिया जाएगा?

 

 

संदेशवाहक गया और जवाब में राजकुमारी के साथ विवाह और उसकी आधी संपत्ति का दस्तावेज़ जवान तीग़ के पास लेकर आया। जवान तीग़ ने कहा, अब मुझे उस जगह ले चलो जहां हर रात को देव आता है और वह जगह बताकर ख़ुद लौट आना। लोग उसे देव की ग़ुफ़ा का पता बताकर वापस लौट आए। आधी रात को देव निकला और उसने कहा, सुगंध आ रही है किसी मानव की सुगंध। जवान तीग़ आकर देव के सामने खड़ा हो गया और उसने लड़ाई के लिए तलवार निकाल ली। देव ने कहा, हे अभाग्यशाली किया समझता है तू मेरा रास्ता रोक सकता है। जवान तीग़ ने कहा, जितना तू सोच रहा है उतना भी शक्तिशाली नही है। मैं तुझ से दो दो हाथ करने के लिए तैयार हूं। यह कहत ही उसने तलवार चलाई और देव को दो भागों में बांट दिया। सितारे शनास ने राजा को सूचना दी कि जवान तीग़ ने देव को मार डाला है।

 

 

राजा ने जश्न का एलान किया और जैसे ही जवान तीग़ वापस लौटा उससे अपनी लड़की की शादी कर दी और अपनी आधी संपत्ति उसके अधिकार में दे दी। जवान तीग़ ने धन और लड़की को सितारे शनास के हवाले किया और कहा कि वह वहीं अपना जीवन बिताए। उसके बाद दरियाबुर के साथ चल पड़ा। वे चलते गए चलते गए यहां तक कि एक शहर पहुंचे जिसके नागरिक बहुत कमज़ोर और दुखी थे। उसने एक व्यक्ति से पूछा कि यहां के लोगों की हालत ऐसी क्यों है। उसने बताया कि एक ड्रैगन ने पानी का रास्ता बंद कर दिया है और हमें प्रतिदिन सात लड़कियां और सात देग खाना उसे देना पड़ता है ताकि वह हमें थोड़ा सा पानी देदे। यही कारण है कि इस शहर में राजा की लड़की के अलावा अब कोई लड़की नहीं बची है और कल उसे भी ड्रैगन के सामने ले जाना पड़ेगा। जवान तीग़ ने कहा, राजा से कहो मैं इस ड्रैगन को मार डालूंगा, वह मुझे जो देना चाहे दे दे।

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