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3 ख़ुर्दाद
May २३, २०१६ १३:४४24 मई 1982 को ईरानी जनता के हर्षोल्लास की थाह नहीं थी लोग एक दूसरे को बड़े गर्व के साथ उस शौर्य गया की सूचना दे रहे थे जिसे उनके वीर सपूतों ने सद्दाम की सेना के मुक़ाबले में रणक्षेत्र में रचा था।
24 मई 1982 को ईरानी जनता के हर्षोल्लास की थाह नहीं थी लोग एक दूसरे को बड़े गर्व के साथ उस शौर्य गया की सूचना दे रहे थे जिसे उनके वीर सपूतों ने सद्दाम की सेना के मुक़ाबले में रणक्षेत्र में रचा था।