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नया सवेराः क़ुरआन ने जिन ग़ैर मुसलमानों को अपनी ओर आकृष्ट किया है उनमें एक ब्रिटेन की Myriam Francois-cerrah हैं
Feb २९, २०२० १५:२१मरयम कहती हैं कि इस्लाम, हमारे भीतर की अच्छाइयों की पुष्टि करता है और इसी प्रकार वह मनुष्य के भीतर सुधार और बुराइयों को दूर करने में सहायता करता है।
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क़ुरआनी क़िस्सेः सूरे बक़रा की आयत संख्या 207 एक महान बलिदान की बात करती है जिसमें एक इंसान ने दूसरे इंसान के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा दी!
Feb २७, २०२० १७:३३हम ऐसी घटना का ज़िक्र करने जा रहे हैं जो इस्लामी कैलेण्डर का आरंभिक बिंदु भी है और एक एतिहासिक बलिदान की महान गाथा भी। बलिदान एक भावना है। यह ऐसी सकारात्मक भावना है जो हर स्थिति में प्रशंसनीय है।
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क़ुरआनी क़िस्सेः समय बीतने के साथ ही साथ सारे रंग फीके पड़ जाते हैं और उनका अंत हो जाता हैं सिवाए ईश्वरीय रंग के जो स्थायी और अनमिट है।
Feb २५, २०२० १९:०९सूरए बक़रा एसा सूरा है जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई है। बक़रा की जिस आयत की हम चर्चा करने जा रहे हैं उसमें ईश्वरीय रंग के बारे में चर्चा की गई है।
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नया सवेराः डेविड स्टेनली का कहना है कि अब मैं मुसलमान हो गया हूं तो दूसरों की नहीं अपनी बुराई खोजता हूं
Feb २२, २०२० १९:५०इस लेख में हम मुसलमान होने वाले तीन आस्ट्रेलियन नागरिकों के बारे में बताएंगे। आस्ट्रेलिया के रहने वाले David Stanley डेविड स्टेंली कहते हैं कि मुसलमान होने से पहले और मुसलमान होने के बाद मैं दो अलग प्रकार का व्यक्ति बन गया।
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नया सवेराः फ़ातेमा ग्रैहम कहती हैं इस्लाम का अध्ययन करके मैं कलमा पढ़कर मुसलमान हो गई!
Feb १५, २०२० १८:५४फ़ातेमा ग्रैहम का जन्म ब्रिटेन में हुआ। उनके पति भी अब मुसलमान हो चुके हैं और दोनो स्काटलैण्ड में जीवन गुज़ार रहे हैं। यह दोनो वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। फ़ातेमा ग्रैहम का जन्म कैथोलिक इसाई परिवार में हुआ था।
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क़ुरआनी क़िस्सेः इस्लाम के जियालों के भीतर शहादत की भावना बहुत अधिक थी जो उनके चेहरों से देखी जा सकती थी..
Feb १०, २०२० १६:३७इससे पहले की पोस्ट में हमने बताया था कि जब पैग़म्बरे इस्लाम को यह सूचना मिली कि एक बड़ी सेना ने मदीने की ओर कूच किया है तो उन्होंने अंसार के सभी गुटों को एकत्रित करके उनसे युद्ध में भाग लेने के बारे में पूछा।
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नया सवेराः अमरीकी महिला Emily Creek कहती हैं मुसलमान होने के बाद मुझको यह बात समझ में आई कि वास्तविक शांति, ईश्वर की निकटता में है और सांसारिक खुशी क्षणिक होती है
Feb ०८, २०२० १८:२८एक ताज़ा अमरीकी मुसलमान महिला Emily Creek एमिली क्रीक का कहना है कि निश्चित रूप से परिपूर्ण होने के लिए लंबा रास्ता तै करना पड़ता है।
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क़ुरआनी क़िस्सेः सूरे बक़रा की आयत संख्या 89 और 90 क्यों नाज़िल हुई, इसके पीछे क्या घटना है?
Feb ०६, २०२० १८:४५सूरे बक़रा पवित्र क़ुरआन का दूसरा सूरा है। यह क़ुरआन का सबसे बड़ा सूरा है। सूरे बक़रा में कई विषयों के बारे में चर्चा की गई है। इसकी आयत संख्या 89 व 90 का अनुवाद इस प्रकार हैः
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क़ुरआनी क़िस्सेः सूरे बक़रा की आयत संख्या 62 हज़रत सलमान फ़ारसी के बारे में है, पैग़म्बरे इस्लाम के इस सहाबी के जीवन की दिलचस्प और पाठदायक कहानी
Feb ०३, २०२० १७:४६इससे पहले हमने बताया कि सूरे बक़रा की आयत संख्या 62 पैग़म्बरे इस्लाम के सहाबी हज़रत सलमान फ़ारसी के बारे में है जिनका पुराना रूज़बे थे।
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नया सवेराः नार्वे की मोनिका हैंग्सलेम ने गहन अध्ययन के बाद इस्लाम को गले लगाया उनका कहना है कि दुनिया का कोई भी धर्म औरतों को इतना सम्मान नहीं देता जितना इस्लाम देता है
Feb ०१, २०२० १५:३५नई नई मुसलमान होने वाली नार्वे की "मोनिका हैंग्सलेम" इस्लाम के बारे में कहती हैं कि इस्लाम को समझने के बाद मुझे यह पता चला कि दुनिया का कोई भी धर्म औरतों को इतना सम्मान नहीं देता जितना इस्लाम देता है।