Pars Today
हमने सलफ़ियों या तकफ़ीरियों की दृष्टि से एकेश्वरवाद और अनेकेश्वरवाद जैसे विषयों पर चर्चा की थी।
हमने कहा था कि सलफ़ी बुद्धि को आधार मानने की बात को नकार कर पैग़म्बरे इस्लाम के सभी सहाबियों तथा उनके बाद तीन शताब्दियों तक सहाबियों से ज्ञान अर्जित करने वालों और फिर उन लोगों से ज्ञान अर्जित करने वालों को पापों से पवित्र और धार्मिक आदेशों के निर्धारण का आधार मानते हैं।
सलफ़ियों का एक मूल सिद्धांत आयतों और रिवायतों के समझने में बुद्धि की भूमिका को रद्द करना है।
इससे पहले के कार्यक्रमों में यह बताया गया कि तकफ़ीरी आतंकी गुट विशेष कर दाइश किस प्रकार अस्तित्व में आया।
हमने तकफ़ीरी गुटों के वैचारिक सिद्धांतों का उल्लेख किया था और यह सिद्ध किया था कि इनमें से सबसे प्रमुख गुट दाइश का वहाबियत विचारधारा से क्या संबंध है।
हमने संक्षेप में इस्लाम के उदय काल के बाद से तकफ़ीरी प्रक्रिया के इतिहास पर प्रकाश डाला था।
ईश्वरीय धर्म इस्लाम की विशुद्ध शिक्षाओं पर आस्था रखने वाले समस्त धर्मगुरूओं और संचार माध्यमों का दायित्व है कि वे आम जनमत के लिए तकफीरी गुटों की अमानवीय आस्था और उसकी वास्तविक पहचान को स्पष्ट करें।
इस समय इस्लामी जगत को जिन बड़े ख़तरों का सामना है उनमें तकफ़ीरी गुट और तकफ़ीरी लहर है।
हमने सीरिया में सक्रिय तकफ़ीरी व आतंकी गुटों के बारे में बात की थी जिनमें सबसे प्रमुख दाइश और नुस्रा फ़्रंट हैं।
2011 में सऊदी अरब, क़तर, तुर्की, यूएई और कुछ अन्य देशों के समर्थन से रियाज़ुल असअद के नेतृत्व में सीरियाई सेना से अलग होकर सशस्त्र गुट जैशुल हुर या फ़्री सीरियन आर्मी का गठन हुआ।