Feb २७, २०२१ १९:२४
म्यांमार की सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार किया और उनकी ज़मीनों और संपत्तियों को ज़ब्त कर लिया, और यह सब बहुत ही व्यवस्थित ढंग से किया गया। वास्तव में सेना द्वारा सरकार को सत्ता सौंपने के परिणाम स्वरूप, म्यांमार के ख़िलाफ़ लगे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटा लिया गया, जिसके बाद रोहिंग्याओं के नस्लीय सफ़ाए ने बेहद ख़तरनाक रूप धारण कर लिया।