Pars Today
दोस्तो कार्यक्रम स्वतंत्रता प्रभात की एक अन्य कड़ी के साथ आपकी सेवा में हाज़िर हैं, ...और... का सलाम स्वीकार कीजिए।
स्वर्गीय इमाम खुमैनी रह. 14 वर्ष तीन महीने देश से दूर रहने के बाद 12 बहमन 1357 हिजरी शमसी को स्वदेश वापस आये थे।