इस्लाम धर्म की एक विशेषता यह है कि वह इंसान की प्रवृत्ति के अनुरूप है और यह वह चीज़ है जो हर इंसान को अपनी ओर खींचती है।
ताजिकिस्तान, सेंट्रल एशिया का एक ऐसा देश है, जिसमें मुसलमानों की आबादी 95 प्रतिशत है। इस देश के लोग भी पूर्व सोवियत संघ के अन्य देशों की तरह, सत्तर वर्षों तक कम्युनिस्ट शासन के दौरान धार्मिक संस्कारों को अंजाम देने से वंचित रहे।
फ़ातेमा ग्रैहम का जन्म ब्रिटेन में हुआ। उनके पति भी अब मुसलमान हो चुके हैं और दोनो स्काटलैण्ड में जीवन गुज़ार रहे हैं। यह दोनो वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। फ़ातेमा ग्रैहम का जन्म कैथोलिक इसाई परिवार में हुआ था।
उनका संबन्ध केथोलिक इसाई धर्म से था। वे कहते हैं कि मैं इस्लाम की इस विशेषता से बहुत प्रभावित हूं कि वह सभी लोगों की समस्याओं का समाधान कर सकता है।
इमाम ज़माना हज़रत इमाम महदी ने फ़रमाया:
अधिक नमाज़ पढ़ना और रोज़ा रखना उपासना नहीं है
इस्लामी शिक्षाओं में कई प्रकार की इबादतों या उपासनाओं का आदेश दिया गया है जैसे नमाज़, रोज़ा और हज आदि। इस्लाम में जिन उपासनाओं का आदेश मिलता है उनमें से कुछ दैनिक हैं, कुछ साप्ताहिक तो कुछ वार्षिक।