May ०२, २०१६ १३:४६ Asia/Kolkata
  • इमाम हसन अस्करी(अ)

अधिक नमाज़ पढ़ना और रोज़ा रखना उपासना नहीं है

अधिक नमाज़ पढ़ना और रोज़ा रखना उपासना नहीं है

बल्कि वास्तविक उपासना ईश्वर के कार्यों के बारे में अधिक चिंतन- मनन है।