उमर ख़य्याम का जन्म उस समय हुआ था जब राजनीतिक दृष्टि से अस्थिरता का माहौल था।
हमने बताया था कि मौलाना की ‘मसनवी मानवी’ पर शोध करने वालों का मानना है कि यह रचना वास्तव में ज्ञान व मार्गदर्शन की किताब है और मौलाना इस गूढ़ अर्थों वाली किताब के शिक्षक हैं।