ईरान का कहना है कि अमरीका, लोकतंत्र और मानवाधिकारों का बखान करने की पोज़ीशन में नहीं है।
ग़रीबाबादी ने कहा है कि वास्तव में मानवाधिकारों के मुख्य उल्लंघनकर्ता वे ही हैं जो इसके ध्वजवाहक हैं।
आज से 34 वर्ष पूर्व आज के दिन 12 तीर सन 1367 हिजरी शम्सी बराबर 3 जूलाई 1988 को ईरान के यात्री विमान पर अमरीकी हमले में 290 लोगों की शहादत हो गई थी।
दोस्तो कार्यक्रम ... में आपका स्वागत है। ...और... का सलाम स्वीकार कीजिए। आज के कार्यक्रम में हम अमरीका में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में चर्चा करेंगे। संगीत*
ईरानी कैलेंडर में 27 जून से लेकर 3 जुलाई तक को अमरीकी मानवाधिकार सप्ताह का नाम दिया गया है। इसका कारण यह है कि अमरीकी अपराधों विशेष रूप से ईरानी जनता पर अमरीकी अत्याचारों को याद रखा जाए।
इस कार्यक्रम में हम हफ्ते तीर अर्थात 27 जून की घटना की जानकारी देने जा रहे हैं।
ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने न्यायपालिका प्रमुख और अधिकारियों के साथ मुलाक़ात में कहा है कि दुश्मनों के मुक़ाबले में डट जाने का नतीजा, सफलता और प्रगति है।
दोस्तो विशेष कार्यक्रम लेकर उपस्थित हैं जिसमें अमरीका की ओर से आतंकी संगठनों के समर्थन पर चर्चा की जाएगी।