-
फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करने वाले अमेरिकी विश्वविद्यालयों से उठने वाली विरोध की आवाज़ से क्यों डरते हैं?
Apr २८, २०२४ ०९:४५पार्सटुडेः क्षेत्रीय समाचार पत्र रायलयूम के संपादक और अरब जगत के जाने-माने विश्लेषक "अब्दुल बारी अतवान" ने अपने नए लेख में अमेरिकी विश्वविद्यालयों में बड़े पैमाने पर इस्राईल के ख़िलाफ़ होने वाले विरोध प्रदर्शनों के विषय पर ध्यान दिलाया है।
-
इस्राईल का समर्थन करते हुए स्वीडन ने फ़िलिस्तीन के समर्थकों पर चलाया मुक़द्दमा
Mar २८, २०२४ १९:१६पार्सटुडे-ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनियों के अत्याचारों का विरोध करने वालों के विरुद्ध स्वीडन के अधिकारियों ने क़ानूनी कार्यवाही की है।/
-
विश्व का सामना करने के लिए अमरीका का एक हथकण्डा है इस्राईल
Mar २६, २०२४ १८:३६अमरीका के पास दुनिया का सामना करने के लिए एक अन्य उपकरण इस्राईल है।
-
फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार के समर्थकों के इंतेज़ार में फांसी का फंदा
Mar २१, २०२४ १०:५४फ़िलिस्तीनियों के जातीय सफाए में लिप्त लोगों को दंडित किये जाने की मांग उठने लगी है।
-
दो कौड़ी की भी अहमियत नहीं है ज़ायोनी अधिकारियों की मुसलमानों के बीच
Feb २९, २०२४ १५:३४ज़ायोनी अधिकारियों के अत्याचारों और झूठ से उसके समर्थक देशों में भी विरोध की आवाज़ें उठने लगी हैं।
-
नेतनयाहू के विरोध में उतरी जनता
Feb २५, २०२४ १०:५८बिनजमिन नेतनयाहू का विरोध अब फिर से पूरे ज़ायोनी शासन में फैलता जा रहा है।
-
इस्राईल की युद्ध परिषद में घमासान
Feb १७, २०२४ ११:५६अवैध ज़ायोनी शासन की युद्ध परिषद में पनप रहा मतभेद अब ज्वालामुखी के रूप में सामने आया है।
-
अबकी बार लोगों ने घेरा नेतनयाहू का घर, प्रदर्शन हुआ हिंसक
Feb ११, २०२४ ०९:०४अवैध ज़ायोनी शासन के हज़ारों लोगों ने नेतनयाहू के विरुद्ध फिर व्यापक प्रदर्शन किया है।
-
फिर शुरू हुआ नेतनयाहू का विरोध, प्रदर्शनकारी कर रहे हैं इस्तीफ़े की मांग
Feb ०४, २०२४ १०:३७तेलअवीव में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने एकत्रित होकर नेतनयाहू का विरोध किया
-
क्या राम मंदिर में काम करने वाले मज़दूर इस्राईल जा रहे हैं? तेलअवीव जाने वाले भारतीय श्रमिकों ने मस्जिदुल अक़्सा को लेकर क्या कहा?
Feb ०१, २०२४ १९:०३भारत से अवैध आतंकी इस्राईली शासन के लिए दस हज़ार मज़दूरों की पहली खेप जल्द रवाना होने वाली है। यह लोग अगले हफ़्ते से इस्राईल पहुंचना शुरू हो जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि श्रमिकों की कमी का सामना कर रहे ज़ायोनी शासन को नरेंद्र मोदी की ओर से यह तोहफ़ा भेजा जा रहा है।