Pars Today
बाल अधिकार मानवाधिकार का ही हिस्सा है।
हमने बताय था कि बाल अधिकार का इतिहास बताता है कि बाल अधिकार का विषय इतिहास में बहुत ही उतार चढाव के साथ रहा है।
बच्चे समाज की एक इकाई हैं और उनके बचपने को मानव जीवन का बहुत संवेदनशील समय समझा जाता है।
हमने बच्चा शब्द की गइराई से समीक्षा करते हुए इसके आरंभिक काल अर्थात भ्रूण की चर्चा की थी।
बचपन शुरु होने के बारे में देशों के दृष्टिकोण को दो या तीन गुटों में बांटा जा सकता है।
इस कार्यक्रम श्रंख्ला में इस्लाम की दृष्टि से बच्चों के अधिकारों की समीक्षा करेंगे।