Pars Today
इराक़ी सेना ने मूसिल में आतंकवादी गुट दाइश के 20 आतंकवादियों को गिरफ़्तार कर लिया है।
इराक़ के शहर मूसिल में सैकड़ों लोगों ने शांति मैराथन में हिस्सा लिया है। यह शहर दाइश के क़ब्ज़े से आज़ादी की लड़ाई में बुरी तरह ध्वस्त हो गया था और अब धीरे धीरे वहां ज़िंदगी सामान्य हो रही है और शहर की रौनक़ बहाल हो रही है।
उत्तरी इराक़ के मूसिल शहर के पश्चिमी भाग में एक बम धमाका हुआ जिसमें कम से कम 8 आम लोग मारे गए।
इराक़ में सुन्नी मुस्लिम युवाओं ने मूसिल के निकट स्थित एक गांव पर दाइश के हमले को नाकाम बना दिया।
इराक़ी स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी की एक टुकड़ी ने सोमवार को पश्चिमी मूसिल के अलहज़र क्षेत्र में तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश के हमले को विफल बना दिया और हमलावरों को भारी नुक़सान पहुंचाया।
खाद्घ सुरक्षा की दृष्टि से इराक़ की स्थिति अब अच्छी नहीं है।
इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने 9 जुलाई को दाइश के आतंकियों के चंगुल से मूसिल नगर की पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी।
इराक में आतंकवादी संगठन दाइश की तथाकथित खिलाफत और सरकार, मूसिल पर इराकी सेना के क़ब्ज़े के साथ ही खत्म हो गयी लेकिन यह शासन और यह खिलाफत, मूसिल और इराकी जनता के लिए बहुत मंहगी साबित हुई।
आतंकवादी गुट दाइश ने इराक में अपनी तीन वर्षीय उपस्थिति के दौरान जो अपराध किये हैं उन्हें जान कर मानवता कांप जाती हैं।
जर्मनी की चांसलर ने आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में मूसिल की आज़ादी को एक निर्णायक मोड़ बताया है।