Feb ०९, २०१९ २०:२६
किसी भी देश की संसद उस देश की सबसे बड़ी संवैधानिक संस्था होती है और वहां बैठने वाले सांसद उस देश की जनता के प्रतिनिधि। लेकिन जब किसी देश की संसद में ही क़ानून की धज्जियां सांसदों द्वारा उड़ाई जा रही हों तो फिर उस देश का ईश्वर ही मालिक है।