• अच्छी औलाद समाज में इंसान के गर्व की बात

    अच्छी औलाद समाज में इंसान के गर्व की बात

    Oct २१, २०१९ १३:४८

    इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम फरताते हैं" अच्छी औलाद समाज में इंसान के गर्व का कारण है।

  • अनमोल बातें- 37

    अनमोल बातें- 37

    Oct २०, २०१९ १७:५०

    इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम फरमाते हैं" दो आदतों से बचो एक कम हौसला और दूसरे आलस्य।

  • अनमोल बातें- 36

    अनमोल बातें- 36

    Oct २०, २०१९ १७:४१

    पैग़म्बरे इस्लाम ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम से जो वसीयतें की हैं उनमें से एक ईश्वरीय भय से रोना है।

  • अनमोल बातें- 35

    अनमोल बातें- 35

    Oct २०, २०१९ १६:५१

    पैग़म्बरे इस्लाम ने हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम के हवाले से जो हदीस बयान की है उसी के अगले भाग में वह कहते हैं कि हज़रत ईसा अपने साथियों से कहते थे कि कभी भी अज्ञानियों के बीच में तर्कपूर्ण और विवेकपूर्ण बात न करो क्योंकि यह उस विवेकपूर्ण बात के साथ अन्याय है।

  • अनमोल बातें- 34

    अनमोल बातें- 34

    Aug १८, २०१९ १५:३७

    अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम से पैग़म्बरे इस्लाम ने कुछ नसीहतें कीं जिनमें पांचवीं नसीहत यह थी कि अपना धन और अपनी जान धर्म के मार्ग में न्योछावर कर दो।

  • अनमोल बातें- 33

    अनमोल बातें- 33

    Aug ०४, २०१९ १६:३६

    इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने पाठ में पैग़म्बर की यह हदीस बयान की कि ईमान वाले व्यक्ति को एक बिल से दो बार नहीं डसा जा सकता।

  • अनमोल बातें- 32

    अनमोल बातें- 32

    Jul २९, २०१९ १४:०२

    पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम का कथन है कि अगर तुम ईश्वर का ध्यान रखोगे तो वह तुम्हारा ध्यान रखेगा।

  • अनमोल बातें- 31

    अनमोल बातें- 31

    Jul २१, २०१९ १२:५१

    इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने पाठ में पैग़म्बर की यह हदीस बयान की कि आराम व ऐश्वर्य के समय ईश्वर को याद रखो और उससे लौ लगाओ ताकि ईश्वर भी कठिनाई के समय तुम्हें याद रखे।

  • अनमोल बातें- 30

    अनमोल बातें- 30

    Jul २१, २०१९ १२:४१

    इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता शिष्टाचारिक मूल्यों के व्याख्यान पर आधारित अपनी क्लास में कहते हैं हदीसों में कहा गया है कि अच्छे काम का रास्ता दिखाने वाला अच्छा करने वाले की भांति है।

  • अनमोल बातें-29

    अनमोल बातें-29

    Jul ०८, २०१९ १०:५९

    परहेज़गारी का सबसे ऊंचा दर्जा यह है कि हराम चीज़ों से परहेज़ किया जाए। मिसाल के तौर पर कोई एसा भी होता है जो अच्छे खाने और अच्छे लिबास से भी परहेज़ करता है।